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मुख्य चुनाव आयुक्त और बीजेपी की नजदीकियां एक बार फिर जाहिर, बढ़ सकता है बवाल

नई दिल्ली। गुजरात चुनाव की तारीखों का एलान ना कर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आए मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार जोती की बीजेपी से नजदीकियां एक बार फिर से जाहिर हो गई है। दरअसल गुवाहाटी के प्रशासनिक न्यायाधिकरण में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा दायर एक मामले से संबंधित दस्तावेज बताते हैं कि मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार जोती ने अहमदाबाद में गुजरात सरकार द्वारा उन्हें 26, शाहिबाग, दुफनाला में आवंटित एक बंगला खाली नहीं किया है। अचल कुमार जोती फिल्हाल मुख्य चुनाव आयुक्त हैं और 13 मई 2015 को ही उन्होंने चुनाव आयुक्त का पदभार संभाला था जो की एक संवैधानिक पद है, जिसपर कार्य करने के लिए राजनीतिक दलों और सरकारों से पूरी आजादी की आवश्यकता है।

विपक्ष ने लगाया आरोप

आपको बता दें कि हाल ही में चुनाव आयोग ने हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान किया था। उम्मीद थी कि उसी दिन गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी एलान हो जाएगा लेकिन चुनाव आयोग ने ऐसा नहीं किया। विपक्ष का आरोप था कि चुनाव की तारीखों का एलान हो जाने के बाद राज्य में अचान संहिता लग जाती और मंत्री सरकारी खर्चे पर प्रचार नहीं कर पाते, पीएम सरकारी योजनाओं की घोषणा नहीं कर पाते इसलिए चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों का एलान नहीं किया। इस बात को लेकर ना सिर्फ विपक्ष बल्कि पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने भी आलोचना की थी।

कौन हैं अचल कुमार जोती?

1975 बैच के गुजरात केडर के आईएएस अफसर हैं जो राज्य के अहम पदों पर रह चुके हैं। अपने कार्यकाल के दौरान अचल कुमार जोती राज्य में सचिव, उद्योग, राजस्व, जल आपूर्ति, प्रधान सचिव और वित्त सहित राज्य में शीर्ष पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं। 31 जनवरी 2013 को रिटायर होने के बाद उन्होंने कांडला पोर्ट ट्रस्ट में अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं दी। जोती को पीएम मोदी का करीबी माना जाता है और गुजरात में उनके कार्यकाल के दौरान मोदी से उनके रिश्ते जगजाहिर थे। 13 मई, 2015 को उन्हें चुनाव आयुक्त बनाया गया और 6 जुलाई 2017 को वो मुख्य चुनाव आयुक्त बन गए।