अभिनेता सलमान खान की फिल्म ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’ साल 2001 में रिलीज हुई, जिसमें सलमान खान के साथ रानी मुखर्जी और प्रीति जिंटा की मुख्य भूमिका रही। इस फिल्म का मूल विषय सरोगेसी पर आधारित था। भोजपुरी फिल्म ‘कोख’ का ट्रेलर देखकर यही लगता है कि इस फिल्म की मूल कहानी भी बिल्कुल सलमान खान की फिल्म ”चोरी चोरी चुपके चुपके’ से मिलती जुलती हैं। भोजपुरी फिल्म ‘कोख’ का ट्रेलर फिल्म के मेकर ने सोमवार की शाम को वेब म्यूजिक के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया, जिसमें अभिनेता यशपाल शर्मा का बहुत ही रौबदार अंदाज देखने को मिला।
फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत फिल्म के नायक के एक्शन की एंट्री से होती है। जब वह घर पहुचंता है, उनकी मां कहती है, ‘ए बबुआ इ घर के खातिर एक बहु ला द।’ नायक कहता है, ‘अइसन लड़की कहां मिली जे हमरा के पसंद आ जाए।’ ट्रेलर में आगे दिखाया गया है कि नायक जिस लड़की को शादी के लिए पसंद करता है,उस लड़की का परिवार नायक के पिता को पसंद नहीं। उसके पिता कहते हैं, ‘बिआह कईले के खातिर तैयार भईल बाटे त कवने लड़की के साथ, आपन खानदान देखा और उनकर खानदान देखा।’ नायक और नायिका की शादी हो जाती है, लेकिन उसे बच्चा पैदा नहीं होता है। नायक डॉक्टर की सलाह पर सरोगेसी के जरिए अपनी पत्नी को मां बनने का सुख देना चाहता है। उसके पिता कहते हैं, ‘इ हम का सुनत बाटी, तू लोग केहू और के कोख से बच्चा पैदा करावल चाहत बाटा, इ खानदान क नाम मिट्टी में मिलावल चाहत बाटा।’
ट्रेलर में आगे दिखाया गया है कि नायक चंदा नाम की लड़की को सरोगेसी के लिए तैयार करता है। नायिका को लगता है कि उसका पति चंदा का कुछ ज्यादा ही ख्याल रख रहा है। वह अपने पति से कहती है, ‘चंदा बच्चा पैदा करेवाला मशीन बा, प्यार करेवाला नाही है।’ नायक कहता, ‘चंदा एकदम पाक साफ लड़की बा।’ नायिका चंदा से कहती हैं, ‘हमारा मजबूरी बा कि अपने पति क सौदा करत बाटी।’ चंदा कहती है, ‘अउर हम अपन कोख क।’ फिल्म के ट्रेलर के अंतिम में दिखया गया है कि चंदा को बच्चा होता है और वह चुपके से अपने बच्चे को लेकर निकल जाती है। इसके बाद क्या होगा, वह तो फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इस फिल्म को देखने के बाद सलमान खान की फिल्म ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’ की याद आ जाती है।
फिल्म के ट्रेलर में पिता की भूमिका में यशपाल शर्मा का दमदार किरदार नजर आता है, जब भी स्क्रीन पर वह नजर आते है वह पूरी तरह से उनका ही सीन दिखता है। फिल्म में नायक की भूमिका निभा रहे अभिनेता प्रदीप पांडे चिंटू कहते हैं, ‘यशपाल शर्मा जैसे दिग्गज अभिनेता के साथ काम करके एक कलकार के तौर पर बहुत कुछ सीखने को मिला। यह फिल्म एक सामजिक संदेश देती है, जिन औरतों को बच्चे नहीं होते हैं, समाज के लोग उन्हें बांझ कहते हैं,लेकिन अब इतनी सारी तकनीक और सुविधाएं आ गई है कि अब कोई भी औरत मां बनने से वंचित नहीं रह सकती है। इस फिल्म के माध्यम से हमने यही छोटा सा संदेश देने की कोशिश की है।’
इस फिल्म को लेकर अभिनेता यशपाल शर्मा ने कहा, ‘एक कलाकार मैंने कई फिल्मों में महत्वपूर्ण किरदार निभाएं हैं, भोजपुरी में भी अपने किरदार को बखूबी जिया हूं। उम्मीद करता हूं कि हिंदी की तरह भोजपुरी के दर्शक भी हमें अपना आशीर्वाद और प्यार देंगे।’ अभिनेत्री संचिता बनर्जी ने कहा, ‘यह फिल्म मेरे लिए बेहद संवेदनाओं से भरी है। मैं एक औरत होने के नाते मां न बन पाने की मजबूरी को अच्छी तरह से समझती हूं। साथ ही मैं उन औरतों को सलाम करती हूं, जो अपने कोख से दूसरी औरतों को मां बनने का सुख देती हैं।’ इस फिल्म में प्रदीप पांडे चिंटू, यशपाल शर्मा और संचिता बनर्जी के पूजा गांगुली और माया यादव की मुख्य भूमिकाएं हैं। इस फिल्म के निर्देशक प्रवीण कुमार शर्मा हैं।