श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रामभक्तों और श्रद्धालुओं को निमंत्रण देने का आगाज सोमवार से हो गया। देशभर के पांच लाख से अधिक गांवों और चार हजार से अधिक शहरी इलाकों में अक्षत वितरण के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और भाजपा सहित संघ के सभी अनुषांगिक संगठनों के करीब चार लाख से अधिक कार्यकर्ता राम का निमंत्रण देने घर-घर जाएंगे। इसके साथ ही दिव्य-भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शंखनाद अयोध्या से पूरे देश में हो गया।
अयोध्या में रामलला के दरबार में पूजित अक्षत के वितरण अभियान का शुभारंभ मतगजेंद्र मंदिर से श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने किया। साधु-संतों की मौजूदगी में गाजे-बाजे के साथ भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के स्वरूपों से सजी शोभायात्रा जब अक्षत वितरण के लिए निकली तो ऐसा लगा मानो श्रीराम स्वयं प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण देने निकले हैं।
पूजित अक्षत वितरण अभियान की शुरुआत वाल्मीकि बस्ती से की गई। मातगैड़ स्थित वाल्मीकि बस्ती में घर-घर अक्षत, रामलला के विग्रह का चित्र व आमंत्रण पत्र देकर 22 जनवरी को आनंदोत्सव मनाने की अपील की गई। भगवान के स्वरूपों में सजे स्कूली बच्चों के साथ रामधुन करती साधु-संतों व भक्तों की टोली पर जगह-जगह पुष्पवर्षा की जाती रही। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय घर-घर पूजित अक्षत की थैली व आमंत्रण पत्र दिया। इस दौरान निरंतर जयश्रीराम का जयघोष गूंजता रहा। वाल्मीकि समाज के लोगों ने जगह-जगह भगवान के स्वरूपों की आरती भी उतारी।
संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि देश भर में 45 प्रांत और 11 क्षेत्रों में एक साथ अक्षत वितरण का कार्यक्रम शुरू किया है। देशभर में करीब एक लाख से अधिक टोलियां अक्षत वितरण का कार्य करेगी, प्रत्येक टोली में पांच से छह सदस्यों को शामिल किया है। टोली के सदस्य प्रत्येक परिवार से आग्रह करेंगे कि 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएं बल्कि अपने घर, गांव, गली मोहल्ले में ही किसी न किसी धार्मिक कार्यक्रम के जरिये प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ें।
शंखध्वनि, घंटानाद और आरती करके मनाएं उत्सव
आमंत्रण पत्र में लोगों से प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को सुबह 11 से दोपहर 01 बजे के बीच अपने गांव, मोहल्ले, कॉलोनी में स्थित किसी मंदिर में आस-पड़ोस के रामभक्तों को एकत्रित कर भजन-कीर्तन करने की अपील की है। टीवी व एलईडी स्क्रीन लगाकर अयोध्या का प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधी प्रसारण लोगों को दिखाने और शंखध्वनि, घंटानाद के साथ आरती कर प्रसाद वितरण करने का भी आग्रह किया गया है। विजय महामंत्र श्रीराम जय राम जय जय राम… का जाप 108 बार सामूहिक रूप से करें। हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, राम रक्षास्त्रोत का भी पाठ करने का सुझाव दिया है। शाम को अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिए कम से कम पांच दीपक जलाने और दीपमालाएं सजाने की भी अपील की है।
घर-घर बता रहे मंदिर की भव्यता
अक्षत वितरण अभियान में बांटे जा रहे आमंत्रण पत्रक के जरिये मंदिर निर्माण की भव्यता व स्वरूप से भी भक्तों को अवगत कराया जा रहा है। पत्रक के पिछले हिस्से में मंंदिर के स्वरूप व इसकी विशेषताओं की जानकारी दी गई है। पत्रक में बताया गया है कि 32 सीढि़यां चढ़कर भक्तों को रामलला के दर्शन प्राप्त होंगे। मंदिर में बनने वाले अन्य प्रकल्पों, मंदिरा की भी जानकारी दी गई है।