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मणिशंकर का सोनिया-राहुल पर हमला, कांग्रेस में मां-बेटे के रहते किसी का भला नहीं

सोलन/कसौली। देश के विरुद्ध जहर उगलने वाले, पाकिस्तान से दिली मोहब्बत निभाने वाले, अलगाववादियों के रहनुमा मणिशंकर अय्यर  का गुस्सा अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विरुद्ध ही फुट पड़ा। राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान दिलाने की बात से नाराज़ मणिशंकर अय्यर ने सोनिया और राहुल के खिलाफ आखिर मोर्चा खोल ही दिया।

आपको बता दे कि राहुल गांधी को कांग्रेस की अध्यक्षता के प्रश्न पर वे सभी कांग्रेसी नेता चिंतित और भयभीत है जो विगत 20 वर्षों से अधिक समय से कांग्रेस के विश्वास पात्र कार्यकर्ता के रूप में पार्टी संगठन से जुड़े है। मात्र परिवार वाद के नाम पर अनुभवविहीन राहुल गांधी को, ऐसे लोग कही भी समर्थन देते नही दिखाई देते। पुराने और पार्टी से जुड़े कुछ ही स्वार्थी लोग चाटुकारिता वश गांधी परिवार से मोह दिखाते है उन्हें पार्टी या देश की चिंता न होकर अपने स्वार्थ सिद्धि की चिंता सताती रहती है। अपने पैरों से चलने में लाचार ऐसे व्यक्तियों को सुगमता से देखा और पहचान जा सकता है।

कांग्रेस के सबसे चर्चित और कुख्यात नेताओ में से एक मणिशंकर अय्यर ने भी यह मान कर बोल  ही दिया कि आखिर क्यों कांग्रेस एक डूबता जहाज़ होती जा रही है और  क्यों सारे चूहे उस डूबते जहाज़ को छोड़कर भाग रहे हैं।

दरअसल हुआ यूं कि मणिशंकर अय्यर ने यह कह दिया कि चाहें कोई कितना भी एफर्ट लगा ले लेकिन सच यही है कि राहुल गांधी के रहते हुए कोई और कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बन सकता है। मणिशंकर अय्यर के दिल की बात जुबां पर आ ही गई। उनकी बात का सीधा अर्थ यही है कि कांग्रेस में अन्य अनुभवी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओ के होते हुये अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद राहुल गांधी जैसे अनुभवविहीन व्यक्ति को नही देना चाहिए।

यह वही मणिशंकर अय्यर है जिसने  कांग्रेस के ही इशारे पर पाकिस्तान में जाकर वहां की सरकार से हाथ जोड़कर कहा था कि मोदी को हटाइये और हमें लाइये । मोदी के रहते पाँच साल तक कोई बात नही हो सकती।इसलिए मोदी को  हटाकर हमे लाइये। यह बात अय्यर ने पाकिस्तानी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में बोली थी। इसके बाद सबसे ज़्यादा दिक्कत वाली बात यह है कि कांग्रेस के आलाकमान के लिए  अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा भी यह कहा जाने लगा है कि आखिर क्यों मा बेटे की जोड़ी इस पार्टी के लिए बहुत ही घातक है।दरअसल इससे पहले जयराम रमेश भी यह कह चुके हैं कि कांग्रेस के अंदर अभी भी एक परिवार की सुनी जाती है।

अभी हाल ही में कांग्रेस के पूर्व नेता नारायण राणे ने कांग्रेस छोड़ते वक्त कहा था कि कांग्रेस का बहुत ही बुरा हाल है।  इसके साथ ही लोगों ने कहा है कि यह बात बहुत ही निराशाजनक है कि कांग्रेस जैसे डूब रही हूं उसका कारण यही मा बेटे हैं और अब कांग्रेस को जल्द ही एक परिवार के चंगुल से बाहर निकालना पड़ेगा।

अय्यर ने यह भी कहा है कि भले ही कांग्रेस उनको अपना न मानती हो लेकिन वो अब भी कांग्रेस के विचारधारा से जुड़े हैं बल्कि जन्म से ही इससे जुड़े हैं।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह बात कसौली में बोलते हुए कही कि वे अब  कांग्रेस से निराश हैं।