विपक्षी दलों के एकजुट होने के बाद अब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या सीटों के बंटवारे को लेकर आ रही है। ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन में शामिल हर दल बढ़ा-चढ़ा कर सीटों की मांग रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए की सरकार को हराने की विपक्ष की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं। सीटों के बंटवारे पर विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि जल्द ही बहुत सी बातें स्पष्ट हो जाएंगी।
सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि आपको लग रहा हो कि सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद चल रहा है, तो ऐसा कुछ नहीं है। 15 दिन पहले दिल्ली में सोनिया गांधी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक हुई थी। उस बैठक में सीट बंटवारे के बारे में बहुत सी बातें स्पष्ट की गई थीं। सुले ने पत्रकारों से कहा कि आपको अभी इस बारे में कुछ नहीं बताया गया था। अगले आठ-10 दिनों में आपको जानकारी दे दी जाएगी।
बंटवारा जल्द से जल्द
वहीं, इंडिया के साथ गठबंधन पर टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि अच्छा होगा कि सीटों का बंटवारा जल्द से जल्द किया जाए। 400 सीटों का बंटवारा होना चाहिए। अगर 400 सीटों पर 1:1 से मुकाबला होता है तो भाजपा की सीटें कम हो जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में एनडीए सरकार को हराने और इंडिया गठबंधन को सत्ता में लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। टीएमसी चुनाव में पश्चिम बंगाल में 42 सीटें जीतने के लिए सभी कदम उठाएगी।