डेनमार्क की महारानी मार्ग्रेट द्वितीय ने नई साल पर सबको चौंकाने वाली खबर दी है। उन्होंने अपने 52 साल के शासनकाल पर विराम लगाने की घोषणा की है। महारानी ने रविवार को बताया कि वह इसी महीने 14 जनवरी को अपना पद छोड़ देंगी और अपनी राजगद्दी अपने सबसे बड़े बेटे को सौंपेंगी।
सिंहासन पर आधी सदी पूरी
हर साल की तरह ही 83 वर्षीय महारानी इस वर्ष भी नए साल की पूर्व संध्या पर एक लाइव टीवी पर भाषण दे रही थीं, तभी अचानक उन्होंने पद छोड़ने की घोषणा कर दी। इससे हर कोई हैरान रह गया। महारानी मार्ग्रेट द्वितीय ने सिंहासन पर आधी सदी पूरी की है। अपने इस 52 साल के दौर में उन्होंने डेनिश राजघराने के आधुनिकीकरण के लिए जो किया, उसके लिए उनकी हर तरफ सराहना की जाती है।
1972 से डेनमार्क की शासिका
गौरतलब है कि महारानी मार्ग्रेट द्वितीय 1972 से डेनमार्क की शासिका हैं।
पीठ के ऑपरेशन के बाद आया विचार
फरवरी में पीठ के सफल ऑपरेशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे साल 2023 की शुरुआत में पीठ की सर्जरी के बाद भविष्य के बारे में विचार आने लगे। इससे यह भी पता चला कि कब अपने बेटे को ताज की जिम्मेदारियां सौंपनी हैं। इसलिए मैंने तय कर लिया है कि अब सही समय है।’
इस बेटे को दी राजगद्दी
उन्होंने कहा, ‘अपने पिता की जगह लेने के 52 साल बाद 14 जनवरी को मैं डेनमार्क की रानी का पद छोड़ दूंगी। इसके बाद मेरा बड़ा बेटा क्राउन प्रिंस फ्रेडरिक जिम्मेदारी संभालेगा।’
एलिजाबेथ के बाद…
सितंबर 2022 में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद वह यूरोप में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली महारानी बन गईं। जुलाई में, वह डेनमार्क के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सिंहासन पर बैठने वाली सम्राट बन गईं।
डेनमार्क के प्रधानमंत्री ने किया याद
डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने कहा कि महामहिम महारानी को राज्य के लिए उनके आजीवन समर्पण और अथक प्रयासों के लिए हार्दिक धन्यवाद।