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पूरी तैयारी के साथ आए पीएम मोदी, अर्थव्यवस्था में गिरावट पर दिया सिलसिलेवार जवाब

नई दिल्ली। वैसे तो पीएम मोदी बुधवार को ICSI के गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में आए थे, लेकिन उनका फोकस गिरती अर्थव्यवस्था पर सरकार के जवाब पर रहा। पीएम मोदी पूरी तैयारी के साथ आए थे। पीएम ने योजनाओं और विकास के सिलसिलेवार आंकड़े दिखाकर दावा किया कि अर्थव्यवस्था में काफी सकारात्मक चीजें चल रही हैं। उन्होंने विपक्ष पर साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें आगे बढ़ता देश नहीं दिख रहा। पीएम ने जीएसटी और नोटबंदी पर भी अपनी बात रखी। मोदी ने कहा कि आने वाले समय में नोटबंदी का दिन (8 नवंबर) तो इतिहास में भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान का प्रारंभ दिवस माना जाएगा।

महाभारत के उदाहरणों से विपक्ष को घेरा
पिछले दिनों बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा था। यशवंत सिन्हा ने कहा था कि जीडीपी 5.7 फीसदी से भी नीचे है और वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था का कबाड़ा कर दिया। इसके बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर हमलावर था। बुधवार को पीएम मोदी जब ICSI के गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में आए तो उन्होंने अर्थव्यवस्था में गिरावट के सारे आरोपों को न केवल खारिज किया बल्कि महाभारत के उदाहरण से विपक्ष को भी घेरा।

पीएम मोदी ने महाभारत से दुर्योधन और शल्य का उदाहरण दिया। पीएम ने कहा कि कुछ लोग शल्य की तरह नकारात्मकता फैला रहे हैं। पीएम ने कहा, ‘देश में मुट्ठी भर लोग गंदगी फैला रहे हैं। इनके लिए सरकार पहले ही दिन से स्वच्छता अभियान चला रही है। हमने पहले दिन से ही कालाधान लाने के लिए एसआईटी बना दिया। नियम कड़े बनाए गए। दूसरे देशों से समझौते किए गए। बेनामी संपत्ति कानून लागू किया गया। जीएसटी लागू किया गया। नोटबंदी के फैसले की हिम्मत भी इसी सरकार ने दिखाई। संस्थागत ईमानदारी को मजबूत रखने के लिए काम किया।’

‘लोग तो डोकलाम के समय भी निराशा फैला रहे थे, एक क्वॉर्टर की कम ग्रोथ इनकी खुराक’ 
पीएम ने कहा कि ‘लोगों के अंदर शल्य जैसा निगेटिव भाव है। यहां तो लोगों ने डोकलाम हुआ तो भी निराशा फैलाई। कुछ लोगों को निराशा फैलाने में अद्भुत आनंद आता है। ऐसे लोगों के लिए आजकल एक क्वॉर्टर की ग्रोथ कम होना सबसे बड़ी खुराक मिल गई है।’ पीएम ने इसके बाद अलग-अलग सेक्टर के आंकड़े पेश कर सरकार के आलोचकों को जवाब दिया।

पीएम ने कहा, ‘क्या देश में जीडीपी की ग्रोथ पहली बार किसी तिमाही में 5.7 पर पहुंची है? पिछली सरकार में 6 साल में 8 बार ऐसे मौके आए जब विकास दर 5.7 या इससे ज्यादा गिरी थी। देश की अर्थव्यवस्था ने ऐसे क्वॉर्टर्स भी देखे हैं जब विकास दर 1.5 प्रतिशत, 0.2 फीसदी तक गिरी थी। ऐसी गिरावट अर्थव्यवस्था के लिए और खतरनाक होती है क्योंकि उन वर्षों में भारत की महंगाई दर, चालू खाता घाटा, राजकोषीय घाटा काफी उच्च रहा करता था।’

पिछली सरकार के 3 साल से अपने 3 साल की तुलना की
पीएम मोदी ने यूपीए 2 के अंतिम 3 साल से अपनी सरकार के 3 साल के प्रदर्शन की तुलना कर विरोधियों को जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि यह तुलना इसलिए क्योंकि उस दौरान जीडीपी आंकड़ों की गिनती का तरीका एक ही जैसा था। पीएम ने कहा कि ‘2012-13 और 2013-14 देखें तो औसत वृद्धि 6 फीसदी के आसपास थी हमारी सरकार ने 7.9 फीसदी की भी वृद्धि दिखाई। तब प्रचार किया कि जीडीपी काउंटिंग के तरीकों में ही गड़बड़ी है। मैं अर्थशास्त्री नहीं हूं और न हीं कभी दावा किया है। आज जब इतनी चर्चा हो रही है तो मैं आपको फ्लैशबैक में ले जाना चाहता हूं।’

वह समय याद करिए जब भारत फ्रेजाइल 5 ग्रुप का सदस्य था: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने पुरानी सरकारों के दौरान अर्थव्यवस्था की कमजोरी का जिक्र कर विरोधियों को जवाब दिया। पीएम ने कहा कि एक वह भी दौर था जब भारत की अर्थव्यवस्था को एक नए ग्रुप का सदस्य बनाया गया था। यह G-7, G-8 G-20 जैसा ग्रुप नहीं था। भारत को फ्रेजाइल-5 के ग्रुप में रखा गया था ऐसा ग्रुप जिसमें शामिल देश की खुद की अर्थव्यवस्था तो चिंताजनक थी ही दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए भी खतरनाक था।

पीएम ने पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए कहा, ‘उस समय बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों के रहते ऐसा कैसे हो गया।’ पीएम ने कहा कि यह सोचने का समय है कि कुछ लोग देशहित साध रहे हैं या किसी और का हित साध रहे हैं।

और फिर पीएम ने पेश किए आंकड़े
इसके बाद पीएम ने सिलसिलेवार आंकड़ों के साथ अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आपके सामने वर्तमान आर्थिक स्थितियों की जानकारी रखना चाहता हूं। जब आपने पहली गाड़ी खरीदी होगी तो मजबूरी में नहीं खरीदी होगी होगी। लोग सारा खर्च जोड़ लेने के बाद ही गाड़ी या घर खरीदते हैं। जून महीने के बाद पैसेंजर कारों की बिक्री में 12 फीसद की वृद्धि हुई है तो उसे क्या कहेंगे? आप कहेंगे जब आपको पता चलेगा कि कमर्शल गाड़ियों की बिक्री में 23 फीसदी, दोपहिया वाहनों की बिक्री में 14 फीसदी, डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक में 14 फीसदी, हवाई माल ढुलाई में 16 फीसदी की वृद्धि हुई।’ पीएम ने कहा कि ये इंडिकेटर्स शहरी क्षेत्रों में डिमांड के ग्रोथ को दर्शाते हैं।

पीएम ने ग्रामीण क्षेत्र में भी विकास होने के लिए ट्रैक्टर बिक्री का आंकड़ा पेश किया। पीएम ने कहा, ‘ग्रामीण क्षेत्रों में देखें तो ट्रैक्टर की बिक्री में 34 फीसदी से ज्यादा की बिक्री हुई है। ऐसा तब होता है जब देश के लोगों का विश्वास बढ़ता है और उनको लगता है कि अर्थव्यवस्था मजबूत है।’ पीएम ने कहा कि कोयला, बिजली और नैचरल गैस के उत्पादन में वृद्धि हुई है। पर्सनल लोन, हाउजिंग लोन, म्युचुअल फंड में वृद्धि हुई है। अब फाइनैंसिंग केवल बैंकों के लोन तक ही सीमित नहीं रह गई है।

इस तरह उनके 3 साल और अपने 3 साल की तस्वीर पेश की
पीएम ने कहा, ‘पिछली सरकार के तीन साल के काम की रफ्तार और हमारे सरकार के काम का फर्क साफ साफ नजर आएगा। पिछली सरकार के आखिरी 3 सालों में गांवों में 80 हजार किमी सड़क बनी थी, हमारी सरकार ने 3 साल में एक लाख 20 हजार किमी सड़क बनाई। पिछली सरकार ने 15 हजार किमी नैशनल हाइवे का काम दिया। हमारी सरकार ने 3 साल में 34 हजार किमी से ज्यादा नैशनल हाइवे बनाने का काम दिया। पिछली सरकार ने 3 साल में इस काम पर 93 हजार करोड़ की राशि खर्च की थी। इस साल में यह राशि 1 लाख 83 हजार करोड़ से ज्यादा हो गई।’

– अगर रेलवे सेक्टर की बात करें तो पिछली सरकार के आखिरी 3 वर्षों में 1100 किमी रेल लाइन का निर्माण हुआ, हमने 2100 किमी रेल लाइन बिछाई।
– पिछली सरकार ने 3 साल में 1300 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण हुआ, हमने 2600 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण कर के दिखाया।
– इंश्योरेंस सेक्टर में रिफॉर्म पिछली सरकारों ने नहीं किया। वे चली गईं, लेकिन हमने कर दिया, लेकिन अब उन्हें यह दिखता नहीं। हमारी सरकार ने कुछ 87 छोटे-बड़े रिफॉर्म करके दिखाए हैं।

मध्यम वर्ग और गरीबों के लिए काम कर रही सरकार
पीएम ने कहा कि मेहनत से कमाए गए पैसे की कीमत सरकार समझती है। सरकार की नीतियों में इस बात की कोशिश है कि मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग को ताकत मिले। पीएम ने एलईडी बल्ब का आंकड़ा दिया। पीएम ने कहा कि महंगे एलईडी को सस्ती दर पर उपलब्ध कराया गया। देश में 26 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे गए हैं। पहले की कीमत के हिसाब से 14 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बची है। बिजली बिल पर 6 हजार करोड़ रुपये बचे। इस तरह कुल 20 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई।

पीएम ने कहा कि ‘सरकार ने मध्यम वर्ग को घर बनाने के लिए पहली बार ब्याज में राहत दी है। निम्न मध्यम वर्ग को अवसर बनाने के लिए और गरीबों के सशक्त बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सामान्य मानवी को ताकतवर बनाने पर बल दिया जा रहा है। मैं अपनी वर्तमान की चिंता में देश के भविष्य को दांव पर नहीं लगा सकता हूं। प्राइवेट सेक्टर और पब्लिक सेक्टर के अलावा पर्सनल सेक्टर पर भी जोर दिया जा रहा है। सरकार ऐसे नौजवानों को हरसंभव मदद दे रही है जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं।’ पीएम ने मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसी योजनाओं को सफलता के रूप में गिनाया।