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केरल में जिहादी आतंक का माहौल यहां की सरकार ने बनाया है : योगी आदित्यनाथ

कन्नूर (केरल)। यूपी के सीएम और बीजेपी के भगवा ब्रैंड के चेहरे योगी आदित्यनाथ बुधवार को केरल के कन्नूर पहुंचे। यहां वह बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ताओं की कथित राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ पार्टी की ओर से निकाली जा रही ‘जनरक्षा यात्रा’ में शामिल हुए। योगी ने स्थानीय बीजेपी नेताओं के साथ पदयात्रा निकाली। बता दें कि शाह ने यह यात्रा मंगलवार को कन्नूर जिले में शुरू की थी। उम्मीद है कि पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी इस 14 दिवसीय मार्च में शामिल होंगे।

योगी के मुताबिक, केरल में जारी राजनीतिक हिंसा पर लोगों का ध्यान खींचने के लिए यह यात्रा निकाली गई है। योगी ने कहा, ‘लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है, लेकिन यहां राजनीतिक हत्याएं जारी हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह यात्रा केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा की कम्युनिस्ट सरकारों के लिए आईना है। उन्हें राजनीतिक हत्याओं का अंत करना चाहिए।’ वहीं, दिल्ली बीजेपी यूनिट ने भी राजधानी में यात्रा निकाली। यह यात्रा सीपीएम दफ्तर तक निकाली गई, जिसमें जितेंद्र सिंह समेत कई सीनियर नेता शामिल हुए।

कन्नूर सूबे के मुख्यमंत्री पी विजयन का गृह जिला है। केरल एक ऐसा राज्य है जहां हिंदुत्व कभी भी मेनस्ट्रीम राजनीति का हिस्सा नहीं रहा। इसके बावजूद, बीजेपी यहां इस अजेंडे पर चलने को पूरी तरह तैयार है। इसी के तहत, पार्टी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी ‘जन रक्षा यात्रा’ का हिस्सा बनाया है। पार्टी यहां बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं की कथित राजनीतिक हत्या के खिलाफ यह मुहिम चला रही है। बीजेपी का कहना है कि उसके 120 से ज्यादा लोगों की लेफ्ट कार्यकर्ताओं ने हत्या की है।

योगी इस यात्रा में बुलाए गए इकलौते सीएम हैं। ऐसा मालूम होता है कि बीजेपी यहां हिंदुत्ववादी लाइन पर चलकर सीपीएम के खिलाफ ध्रुवीकरण करना चाहती है। बीजेपी लगातार यह आरोप लगाती रही है कि सत्ताधारी लेफ्ट यहां इस्लामिक चरमपंथ और हिंसा को लेकर नरमी बरत रहा है। यात्रा का मकसद लेफ्ट पर इस बात का ठप्पा लगाना है कि वह अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में जुटा हुआ है।

जहां तक योगी आदित्यनाथ की बात है, उनकी छवि एक कट्टर भगवा नेता की है। उनमें भीड़ को खींचने की ताकत है। हालांकि, योगी को केरल बुलाने की बस यही वजह नहीं है। दरअसल, अभी तक पार्टी के बड़े नेता सिर्फ अपने इलाकों में सीमित रहे हैं। पार्टी का मानना है कि योगी की ऐसी हिंदुत्ववादी अपील है, जो यूपी के बाहर भी पार्टी के काम आ सकती है।