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बच्चे के मर्डर के 9 दिन बाद खुला गुड़गांव का रेयान स्कूल, कुछ पेरेंट्स TC लेने पहुंचे

गुड़गांव। बच्चे के मर्डर की घटना के 9 दिन बाद रेयान इंटरनेशनल स्कूल सोमवार को खुल गया। इस दौरान कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों की टीसी लेने भी पहुंचे। उनका कहना है कि अब वे अपने बच्चे को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते। वहीं, कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों का डर दूर करने के लिए उन्हें कैम्पस में घुमाने लाए। बता दें कि 8 सितंबर को इस स्कूल में 7 साल के एक बच्चे का गला रेतकर मर्डर कर दिया गया था। इसके बाद इसे सील कर दिया गया था। अब सरकार ने इसे तीन महीने के लिए टेकओवर कर लिया है। वहीं, स्कूल खुलने पर बच्चे के पिता ने इसका विरोध किया।

स्कूल के जिस टॉयलेट में बच्चे को मर्डर किया गया था उस हिस्से को सील कर दिया गया है। इसके साथ-साथ स्कूल के खाली पड़े उन कमरों को भी सील कर दिया गया है, जिसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। ऐसा इसलिए, क्योंकि बच्चे कई बार इन कमरों में पहुंच जाते थे।
डरते-डरते स्कूल पहुंचे बच्चे, संख्या रही कम
सोमवार को स्कूल खुलने की सूचना मिलते ही बच्चे पहुंचे, लेकिन काफी कम। कुछ पैरेंट्स टीसी लेने पहुंचे। उनका कहना था कि वे अब अपने बच्चों को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते। कुछ पैरेंट्स ने बताया कि बच्चे अभी भी स्कूल में आने से डरे हुए हैं। आज स्कूल खुला तो सिर्फ बच्चों को स्कूल इसलिए लाए हैं, ताकि उनका डर दूर हो।
3 आरोपियों की कोर्ट में पेशी
इस केस में अरेस्ट किए गए तीनों आरोपी- कंडक्टर अशोक, रेयाल स्कूल के नॉर्थ जोन हेड और एक कोऑर्डिनेटर को गुड़गांव की पॉस्को कोर्ट में पेश किया गया। अशोक को कोर्ट ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। पुलिस जांच में अशोक को आरोपी ठहराए जाने पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अशोक ने अपने वकील मोहित वर्मा और पत्नी ममता के सामने खुद को बेगुनाह बताया है। उनका आरोप है कि पुलिस ने मारपीट कर उससे गुनाह कुबूल करवाया है।
क्या है मामला?
रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे का मर्डर हो गया था। बच्चे की बॉडी स्कूल के टॉयलेट में मिली थी। उसका गला धारदार हथियार से रेता गया था। उसका एक कान भी पूरी तरह कटा पाया गया। पुलिस ने इस मामले में बस कंडक्टर को अरेस्ट किया है। हरियाणा सरकार ने इस केस की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है।