हाल ही में शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान को ईडी से नोटिस भेजने की खबर काफी चर्चा में रही। रिपोर्ट्स में कहा गया कि गौरी खान एक रियल एस्टेट फर्म की ब्रांड एम्बेसडर हैं, जिस पर 30 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। इस मामले में ईडी ने गौरी खान को भी नोटिस भेजा है। लेकिन ये खबर पूरी तरह फेक है। खुद प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने इस बात को कन्फर्म किया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस खबर को बताया फेक
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से खुद इस खबर को फर्जी बताया गया है। ईडी ने कहा कि गौरी खान के खिलाफ कोई नोटिस नहीं भेजा गया है और ना ही किसी तरह का कोई एक्शन लेने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि इससे पहले जो खबर आई थी, उसमें कहा गया था कि ईडी ने गौरी खान को समन किया है और उनसे जल्द पूछताछ हो सकती है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को खबर आई कि ईउी तुलसियानी ग्रुप की ब्रांड एम्बेसडर होने की वजह से अब गौरी खान से पूछताछ करेगा कि उन्हें इसके बदले कितनी रकम दी गई। साथ ही दोनों के बीच आखिर क्या समझौता हुआ था। दरअसल, लखनऊ स्थित तुलसियानी ग्रुप के प्रोजेक्ट सुशांत गोल्फ सिटी में मुंबई के रहने वाले किरीट जसवंत शाह का एक फ्लैट है। ये फ्लैट उन्होंने 2015 में खरीदा था। बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर ने ना तो उन्हें फ्लैट दिया और ना ही उनके 85 लाख रुपए लौटाए। बाद में शाह ने तुलसियानी ग्रुप के डायरेक्टर अनिल तुलसियानी, महेश तुलसियानी और गौरी खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। किरीट का आरोप था कि उन्होंने गौरी के नाम पर भरोसा करके इस प्रोजेक्ट में घर खरीदा था, लेकिन उनके साथ धोखा हुआ है। इसी वजह से इस केस में शाहरुख की पत्नी गौरी का नाम आया है।