नेपाल में शुक्रवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप ने नेपाल में तबाही मचा दी. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इस भूकंप की वजह से नेपाल में अब तक 154 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैंकड़ों लोग घायल हो गए हैं. नेपाल में एक महीने में तीसरी बार भूकंप के तेज झटके लगे हैं. नेपाल के जजरकोट जिले के लामिडांडा इलाके में इस भूकंप का केंद्र था. यहां 92 लोगों की मौत हुई है. वहीं रुकुम जिले में 62 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है.
नेपाल में आए इस भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए. रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए इस भूकंप के झटके जैसे ही महसूस हुए लोगों अपने-अपने घरों से बाहर निकलने लगे. चारों तरफ दहशत का माहौल बन गया. दिल्ली, यूपी, बिहार उत्तर भारत के कई राज्यों में इसके झटके महसूस किए गए.
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
नेपाल में इस तेज भूकंप के कारण अब तक 154 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि भारी संख्या में लोग घायल हैं. हालांकि, मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. भूकंप के कारण कई मकान जमींदोज हो गए हैं. जजरकोट की आबादी 1 लाख 90 हजार है. यहां काफी नुकसान की खबर है. राहत बचाव कार्य शुरू हो गया है. नेपाल के पीएम पुष्प दहल प्रचंड ने घटना पर दुख जताया है.
नेपाल में पिछले एक महीने में तीसरा बार भूकंप
बता दें कि नेपाल में पिछले एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है. पिछले महीने दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर आए 6.2 तीव्रता वाले भूकंप ने जो तबाही मचाई थी, उसकी भरपाई अभी तक नहीं हो पाई थी कि 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप ने एक बार फिर नेपाल में कहर बरपा दी. नेपाल में 6.3 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र बझांग इलाके के चैनपुर में था. नेपाल में भूकंप के कारण भूस्खलन और मकान गिरने और दरकने की कई घटनाएं हुईं. गनीमत ये रही कि बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान समेत पूरे उत्तर भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.