सीबीआई ने नगर पालिकाओं में करोड़ों रुपये की भर्ती के मामले में एजेंसी की चल रही जांच के सिलसिले में रविवार को पश्चिम बंगाल के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के आवास पर तलाशी ली।
इसी जांच के सिलसिले में सीबीआई अधिकारियों की एक दूसरी टीम तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा के आवास पर पहुंची। उनके आवासों की बाहरी रिंग को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों ने पूरी तरह से घेर लिया है।
किसी को भी घर में प्रवेश करने या उससे बाहर आने की अनुमति नहीं है। दक्षिण कोलकाता के चेतला स्थित हकीम के आवास पर केंद्रीय बल के जवानों ने मंत्री के निजी अंगरक्षकों और अधिवक्ताओं को भी आवास में प्रवेश नहीं करने दिया। मंत्री की बेटी प्रियदर्शनी हकीम को भी शुरू में घर में प्रवेश करने से रोका गया, लेकिन बाद में अनुमति दे दी गई।
हकीम और तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय समर्थकों ने छापेमारी और तलाशी अभियान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट दर्ज होने तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी या पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी सहित तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
नगर पालिकाओं में भर्ती मामले में समानांतर जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने गुरुवार को राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के आवास सहित 12 स्थानों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था।