भारत नेपाल सीमा से सटे नेपालगंज में मंगलवार को एक समुदाय के जुलूस पर समुदाय विशेष के युवकों ने छत से पत्थरबाजी कर दी थी जिसमें कई लोग चोटिल हुए और भगदड़ में एक की मौत हो गई थीं। जिसके बाद नेपालगंज में हिंसा भड़क गई थी और जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया। कर्फ्यू के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह डर और गुस्से में रही और सुरक्षाकर्मी गश्त करते नजर आए।
पड़ोसी देश नेपाल की सीमा से सटे नेपालगंज में मंगलवार को हुए दंगे का असर दूसरे दिन बुधवार को भी देखने को मिल रहा है। बुधवार को सड़कों पर सिर्फ ईंटे ही ईंटे पड़ी दिख रही है। जो कल हुई पत्थरबाजी का अहसास करवाती है। वहीं, बुधवार की सुबह से कर्फ्यू के चलते सभी बाजार सूने हैं और सिर्फ सुरक्षाकर्मी नजर आ रहे हैं। लोग घरों में कैद होकर पल-पल की खबर ले रहे है।
सूत्रों की माने तो नेपालगंज में अभी भी भारी तनाव बरकरार है और लोग डर के साए में है। हालांकि सुरक्षाकर्मी लगातार भ्रमणशील होकर लोगों से आपसी सौहार्द की अपील कर रहे हैं। भारतीय क्षेत्र में भी नेपाल के दंगे को देखते हुए पुलिस और एसएसबी की टीम रूपईडीहा कस्बे में गश्त कर रही है। बार्डर सील होने के चलते भारतीय क्षेत्र में हजारों वाहनों का काफिला खड़ा हो गया है। लैंड पोर्ट अथारिटी के पास सभी वाहन खड़े करवाए गए है।