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750 करोड़ रूपये के घोटाले में दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी

diggi-rajaनई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के लिए मुश्किलों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के नेता लगातार पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश पर 10 साल तक राज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कारण कांग्रेस को सोशल मीडिया पर फजीहत झेलनी पड़ रही है। मध्य प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा ने दिग्विजय को नोटिस जारी किया है। ये नोटिसं 750 करोड़ रूपये के घोटाले को लेकर जारी किया गया है। दिग्गी राजा को 16 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस घटना के कारण कांग्रेस एक बार फिर से बैकफुट पर आ गई है। बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। लेकिन अब उसके ही नेता घोटालों में घिर रहे हैं।

दिग्विजय  सिंह को जारी नोटिस को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस घिर गई है। खास तौर पर सोशल मीडिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि कांग्रेस के घोटालों का निकलना अभई तक जारी है ऐसे में कांग्रेस कैसे किसी दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा सकती है। इस बात की भी चर्चा हो रही है कि दिग्विजय  और राहुल गांधी के बीच संबंध काफी मधुर हैं। ऐसे में क्या राहुल को दिग्विजय के इस कारनामे के बारे में जानकारी नहीं थी। चलिए आपको बता देते हैं कि पूरा मामला क्या है। मध्य प्रदेश राज्य उद्योग विकास निगम के कर्ज घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा को कुछ सबूत मिले हैं। जिनके आधार पर दिग्विजय को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ये मामला दिग्विजय के मुख्यमंत्री रहने के दौरान का है। 1995 से लेकर 2003 तक के उनके कार्यकाल की जांच चल रही है।

बता दें कि इस मामले में मध्य प्रदेश उद्योग विकास निगम के तत्कालीन अध्यक्ष, संचालक मंडल और दूसरे अधिकारियों पर 42 डिफॉल्टर कंपनियों के साथ हेरा-फेरी करके करीब 750 करोड़ रूपये का कर्ज बांटने का आरोप है। उस समय मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे। लिहाजा वो भी इस जांच के घेरे में आ गए हैं। दिग्विजय के अलावा वरिष्ठ आईएएस एसआर मोहंती भी इस घोटाले में घिरे हुए हैं। जब इन 42 कंपनियों को कर्ज दिया गया था तो मोहंती उद्योग विकास निगम के चेयरमैन हुआ करते थे। फिलहाल इस मामले में अभी तक दिग्विजय की तरफ से कोई सफाई नहीं आई है। आर्थिक अपराध शाखा के एसपी शशिकांत शुक्ला ने दिग्विजय को नोटिस भेजे जाने की पुष्टि की है। बहरहाल इस मामले में दिग्गी राजा फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। जिसके कारण कांग्रेस को फजीहत झेलनी पड़ रही है।

दिग्विजय सिंह ने इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा था कि शिवराज सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। वो उन्हे जानबूझकर इस मामले में फंसाना चाह रही है। हालांकि शिवराज सरकार साफ कर चुकी है कि ये मामला राजनीति से प्रेरित नहीं है। दिग्विजय बाबू फंसने के डर से इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से कहा गया है कि सरकार इस मामले की तह तक जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। साफ है कि दिग्विजय सिंह के कारण कांग्रेस बैकफुट पर दिख रही है। एक तरफ राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के खिलाफ निजी भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो दूसरी तरफ खुद कांग्रेस के ही नेता घोटालों में घिरे हुए हैं।