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500-1000 के फार्मूले पर नीतीश कुमार ने की मोदी की तारीफ, लालू को सूंघ गया सांप !

nitish-kumarनई दिल्ली/पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कालेधन के खिलाफ उठाए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम की तारीफ की है। उन्‍होंने 500-1000 के नोटों को अवैध घोषित करने के फैसले का स्‍वागत किया है। नीतीश कुमार का कहना है कि सरकार के इस फैसले से शुरुआती दौर में लोगों को थोड़ी परेशानी जरुर होगी लेकिन, भविष्‍य मे इस फैसले से देश की अर्थव्‍यवस्‍था को बहुत मजबूती मिलेगी। यानी कुल मिलाकर 500-1000 के नोटों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश का समर्थन मिला है। वहीं दूसरी ओर सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर अब तक इस मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की कोई प्रतिक्रिया क्‍यों नहीं आई हैं। वो किस उधेड़बुन में हैं। जबकि बीजेपी और मोदी पर सियासी वार करने में वो सबसे आगे रहते हैं।

दरसअल, देश के तमाम अर्थशास्‍त्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले का स्‍वागत कर रहे हैं जिसमें उन्‍होंने 500-1000 के नोटों को अवैध घोषित कर दिया है। सरकार का मानना है कि इस फैसले से ना सिर्फ काले धर पर लगाम लगेगी बल्कि भ्रष्‍टाचार, आतंकवाद और फर्जी नोटों के चलन पर भी रोक लगेगी। सरकार ने 500-1000 के नेाट बदलने के लिए 50 दिन की मोहलत दी है। जाहिर है पूरे देश में मोदी के इस फैसले का स्‍वागत किया जा रहा है। इसी के चलते बिहार के नीतीश कुमार ने भी उनकी जमकर तारीफ की है। जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि बिना प्‍लॉनिंग के साथ इतने बड़े एलान से लोगों को भारी दिक्‍कत होगी।

जबकि बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव की ओर से अब तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। जिसे लेकर अब उनका सोशल मीडिया पर मजाक उड़ना शुरु हो गया है। कुछ लोग सोशल मीडिया में लिख रहे हैं कि 500-1000 का नोट बंद होने के बाद से लालू कोप भवन में हैं। उन्‍हें समझ नहीं आ रहा है कि वो चारा घोटाले का पैसा कहां लेकर जाए। इस तरह के मजाक ट्विटर पर भी खूब उड़ रहे हैं। लेकिन, लालू की ओर से इस मामले अब तक भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है और ना ही उनके बेटों की ओर से कोई रिएक्‍शन आया है। जबकि लालू के एक बेटे बिहार सरकार में स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हैं जबकि दूसरा बेटा उपमुख्‍यमंत्री है। फिर भी अब तक कोई भी आधिकारिक बयान इन लोगों की ओर से जारी नहीं किया गया है।

राजनीति के जानकारों का कहना है कि जिस तरह से नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं उससे साफ है कि आने वाले दिनों में सियासी समीकरण भी बदल सकते हैं। पिछले कई दिनों से ये बात देखने को मिली है कि नीतीश कुमार अकसर मोदी की योजनाओं की तारीफ करते हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि वो एक तीर से दो निशाने साधने की भी कोशिश रहे हैं। मोदी के अच्‍छे फैसलों पर उनकी तारीफ कर वो जनता का समर्थन भी हासिल कर सकते हैं साथ ही बिहार गठबंधन के दम पर चल रही सरकार को भी ये वक्‍त-वक्‍त पर एहसास करा सकते हैं कि बीजेपी से उन्‍हें कोई परहेज नहीं है। वजह सर्जिकल स्‍ट्राइक भी हो सकती है और काले धन पर मोदी की सर्जिकल स्‍ट्राइक भी।