‘चमकीला’ फेम अभिनेत्री साहिबा बाली एनसीईआरटी की पुस्तक में किए गए बदलावों से खुश नहीं हैं। एक्ट्रेस ने नाराजगी जाहिर करत हुए इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हटाए गए घटनाओं को भी जानना जरूरी है। यह बात उन्होंने सोशल मीडिया पर कही है। आइए जानते हैं साहिबा बाली ने क्या कहा।
साहिबा बाली ने क्या कहा?
अभिनेत्री साहिबा बाली ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए स्टोरी लगाई गई है। इस स्टोरी में एक्ट्रेस ने लिखा, ‘जरूर, और अधिक क्षेत्रिय इतिहास शामिल करें, धार्मिक चीजों को भी पढ़ाएं, भारतीय शासकों पर ध्यान केंद्रित करें, लेकिन आप इतिहास कैसे हटा सकते हैं? शासकों (या आक्रमणकारियों, इसे जो भी कहें) का संपूर्ण प्रभाव और भारतीय उपमहाद्वीप पर इसका प्रभाव?’ आगे उन्होंने कहा, ‘यह बिल्कुल विचित्र सा है। खासकर उत्तरी सीमांत क्षेत्र की समझ के लिए। उत्तर भारत पर फारसी, तुर्की, अफगान का प्रभाव हिंदुस्तान की पहचान के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे इस पर यकीन नहीं हो रहा है।’ इसे लेकर अभिनेत्री ने एक वीडियो भी अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर साझा की है।