होली का त्यौहार सनातन धर्म का सबसे रंगीन पर्व है। क्या आपने कभी सोचा है की इन्हीं रंगों के इस्तेमाल से आप अपने अंदर किसी विशेष रंग की ऊर्जा को जागृत कर सकते हैं। रंगों का संबंध किसी न किसी ग्रह किसी न किसी तत्व और आपके शरीर में मौजुद चक्रों से भी है। प्रत्येक रंग का अपना अलग महत्व है। होली के इस सिद्धि मुहूर्त पर आप रंगों का सही ढ़ग से इस्तेमाल करके अनेका-अनेक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। हर व्यक्ति की अलग-अलग जरुरते हैं और विभिन्न कामनाएं भी होती हैं। तो आइए जानते हैं इस शुभ दिन पर किस तरह से ये रंग आपके जीवन में खुशियां बिखेर सकते हैं।
Remedies On Holi सबसे आकर्षण और महत्वपूर्ण रंग होता है लाल। ये रंग मां दुर्गा को चढ़ाने से सभी काम सिद्ध होते हैं। इसके साथ ही अपने पार्टनर को लाल रंग लगाने से शुक्र ग्रह (जो प्रेम के कारक ग्रह है) भी बलवान होता है। महत्वपूण बात ये है जब भी लाल रंग का प्रयोग करें, ध्यान रखें वे चमकीला या भड़कीला न हो। सिंदूर के समान दिखने वाला रंग ही शुभ होता है।
पीले रंग का इस्तेमाल अपने घर के बड़ों या कुल देवी-देवती के चरणों में अर्पित करने से व्यवसाय व जीवन में तरक्की मिलती है।
हरा रंग छोटी कन्याओं के चरणों में लगाकर मस्तक झुकाने से व्यापार में चल रही परेशानियां खत्म होती हैं और कीर्ती बढ़ती है।
गुलाबी रंग जो अत्यधिक महिलाओं का प्रिय होता है। इसे राधाकृष्ण के चरणों में लगाने से दांपत्य जीवन में चल रही परेशानियां खत्म होती हैं। प्रेम-प्रसंगों में सफलता मिलती है।
नीले रंग का इस्तेमाल बड़ा ही महत्वपूर्ण है। शनि भक्तों को इस रंग का इस्तेमाल अपने चरणों में लगाकर करना चाहिए। जिससे की कोर्ट-कचहरी के मसलों में आपको सफलता मिलेगी और धन-वैभव से मालालमाल हो जाएंगे।
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