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झारखंड के पलामू जिले में खूंखार गैंगस्टर अमन साओ को पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश के दौरान मुठभेड़ में मार गिराया

झारखंड के पलामू जिले में खूंखार गैंगस्टर अमन साओ को पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश के दौरान मुठभेड़ में मार गिराया गया। अधिकारियों के अनुसार, यह घटना राज्य के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता के उस बयान के एक दिन बाद हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि झारखंड में अधिकांश अपराध की साजिशें जेलों के अंदर रची जाती हैं और अपराधी गिरोहों की मदद से उन्हें अंजाम दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ मंगलवार सुबह उस समय हुई जब 150 से अधिक मामलों में आरोपी और कुछ मामलों में दोषी ठहराए गए गैंगस्टर को पड़ोसी छत्तीसगढ़ के रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था। मेदिनीनगर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) मणिभूषण प्रसाद ने बताया कि अचानक साओ के गिरोह के सदस्यों ने उस वाहन पर हमला कर दिया जिसमें उसे लाया जा रहा था और रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंधेरीटोला के पास उसे छुड़ाने का प्रयास किया, जिसके परिणामस्वरूप गोलीबारी हुई जिसमें साओ मारा गया और एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गया। मीडिया से बात करते हुए झारखंड के डीजीपी गुप्ता ने कहा कि अमन साओ उर्फ ​​अमन साहू को रायपुर से रांची लाया जा रहा था। आईजी ऑपरेशन अमोल होमकर मौके पर पहुंच गए हैं। डीजीपी ने सोमवार को कहा था, “तीन गैंगस्टर – विकास तिवारी, अमन श्रीवास्तव और अमन साओ – जेलों के अंदर से अपना काम चला रहे हैं। सिमडेगा और हजारीबाग जेलों में भी छापेमारी की गई है।

झारखंड में अलग-अलग अभियानों में नक्सली गिरफ्तार

इससे पहले 10 मार्च को झारखंड में अलग-अलग अभियानों में दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए टीपीएससी सदस्य रंथू गंजू को रविवार को चतरा जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में उसके घर से गिरफ्तार किया गया।

गंजू एक शार्पशूटर था और उसे तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) के ‘जोनल कमांडर’ भीखन गंजू का करीबी सहयोगी माना जाता था। पुलिस ने बताया कि उसका नाम झामुमो के बालूमाथ प्रखंड अध्यक्ष दिलशेर खान की हत्या के मामले में भी आया था। उन्होंने बताया कि एक अन्य अभियान में प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के एक सदस्य को लातेहार जिले के मेनका थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि विनोद परहिया को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह स्थानीय व्यापारियों से जबरन वसूली करने के लिए इलाके में गया था। पुलिस ने बताया कि वह पलामू और लातेहार जिलों में दर्ज आठ मामलों में वांछित था।