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तेजस्वी यादव ने भड़कते हुए पूछा कि आपको ये विचार कौन देता है? हम उनका स्वागत क्यों करेंगे? कोई प्रस्ताव नहीं है, बकवास मत कीजिए

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्षी महागठबंधन में फिर से शामिल होने की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके लिए कोई प्रस्ताव नहीं था और गठबंधन अब केवल आगामी विधानसभा चुनावों पर केंद्रित है। बिहार में ओबीसी, ईबीसी, दलितों और आदिवासियों के लिए 65% आरक्षण लागू न किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे यादव ने उस समय अपना आपा खो दिया जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार का फिर से स्वागत किया जाएगा।

तेजस्वी यादव ने भड़कते हुए पूछा कि आपको ये विचार कौन देता है? हम उनका स्वागत क्यों करेंगे? कोई प्रस्ताव नहीं है, बकवास मत कीजिए। लालू (यादव) जी और मेरे अलावा कोई भी प्रस्ताव देने के लिए अधिकृत नहीं है, और कोई प्रस्ताव नहीं दिया जाएगा। जेडीयू और आरजेडी के बीच पर्दे के पीछे की सांठगांठ की अफवाहें कुमार के राजनीतिक गलियारे में उतार-चढ़ाव के इतिहास की पृष्ठभूमि में चल रही हैं। कभी आरजेडी संस्थापक लालू यादव के कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे कुमार ने 2015 के राज्य चुनावों में आरजेडी के साथ गठबंधन किया और गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की।

चुनाव के दो साल बाद, कुमार गठबंधन से बाहर हो गए और मुख्यमंत्री के रूप में वापस आने के लिए भाजपा से हाथ मिला लिया। जेडीयू और बीजेपी ने 2020 के चुनाव गठबंधन में लड़े, लेकिन कुमार ने दो साल बाद फिर से पलटी मारी और विपक्षी खेमे में लौट आए। 2024 में, लोकसभा चुनावों से पहले, जेडीयू प्रमुख ने अपना नवीनतम बदलाव किया और एनडीए में वापस आ गए। नौवीं बार शपथ लेने पर भाजपा ने उनका समर्थन किया। पिछले कुछ दिनों में कुमार और यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखी गयी है।

राजद नेता तेजस्वी यादव के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने राज्य सरकार में उस पार्टी (राजद) के आचरण को देखते हुए समझौते को खारिज कर दिया। आपने लोकसभा चुनाव, उपचुनावों के परिणाम देखे और यह बहुत स्पष्ट है कि 2025 (बिहार विधानसभा चुनाव) में क्या होने वाला है। उस गठबंधन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। चिराग पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री मोदी और राज्य स्तर पर नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार चल रही है। आज जनता को विश्वास है कि यही वह गठबंधन है जो बिहार को विकसित राज्य बना सकता है।