केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में मणिपुर में सुरक्षा स्थिति पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गृह मंत्री ने निर्देश दिया कि 8 मार्च 2025 से मणिपुर के सभी मार्गों पर जनता की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जाए और बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने रंगदारी के सभी मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने आगे निर्देश दिया कि मणिपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निर्दिष्ट प्रवेश बिंदुओं के दोनों ओर बाड़ लगाने का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा कि मणिपुर को नशा मुक्त बनाने के लिए नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाना चाहिए। मणिपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निर्धारित प्रवेश बिंदुओं के दोनों ओर बाड़ लगाने का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया कि मणिपुर को नशा मुक्त बनाने के लिए नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल पूरे नेटवर्क को नष्ट किया जाना चाहिए। बैठक नॉर्थ एवेन्यू में सुबह 11 बजे शुरू हुई। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद यह पहली ऐसी उच्च स्तरीय बैठक थी, जो मई 2023 से जातीय संघर्ष से जूझ रहा है।
सूत्रों ने कहा कि यह बैठक अशांत राज्य में सामान्य स्थिति वापस लाने और विभिन्न समूहों द्वारा रखे गए अवैध और लूटे गए हथियारों को आत्मसमर्पण करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आयोजित की गई थी। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्री ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। राज्य में समग्र कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक विस्तृत जानकारी दी गई। सूत्रों ने कहा कि बैठक का ध्यान मई 2023 से पहले के स्तर को सामान्य स्थिति में वापस लाने और विभिन्न समूहों द्वारा रखे गए अवैध और लूटे गए हथियारों के आत्मसमर्पण पर था। नई दिल्ली में बैठक में राज्यपाल अजय भल्ला, मणिपुर सरकार और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।