मुंबई शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने एक साथ कई मुद्दों पर भाजपा पर हमला किया है। एक तरफ जहां उन्होंने न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ रुपये की गड़बड़ी मामले में भाजपा नेताओं को जिम्मेदार बताया तो पीएम मोदी से भी अवैध प्रविसियों को भारत भेजने के तरीके को लेकर तीखे सवाल पूछे।
न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ रुपये की गड़बड़ी मामले में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा के सदस्य न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ रुपये की गड़बड़ी में शामिल थे। साथ ही राउत ने मामले पर महाराष्ट्र सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया। बता दें कि इस मामले में बैंक के महाप्रबंधक और लेखा प्रमुख हितेश मेहता समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर बैंक के प्रभादेवी और गोरेगांव कार्यालयों से धन की चोरी करने का आरोप है।
राउत का आरोप
पत्रकारों से बातचीत के दौरान राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता किरीट सोमैया इस मामले पर चुप हैं, क्योंकि भाजपा के सदस्य इसमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह पैसा आम लोगों का था, खासकर टैक्सी चालकों का। राउत ने यह भी सवाल किया कि सोमैया प्रभावित जमाकर्ताओं का समर्थन क्यों नहीं कर रहे हैं और ईडी को क्यों सूचित नहीं किया गया। इसके अलावा, राउत ने भाजपा विधायक सुरेश धास की आलोचना की और उन पर बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया।
राज्यसभा सांसद ने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए। राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उन रिपोर्टों पर कार्रवाई करने में विफल रहे, जिनमें यह दावा किया गया था कि अवैध आव्रजन के दौरान अमेरिका से निकाले गए भारतीयों को बेड़ियों में जकड़ा गया था। राउत ने सवाल उठाया कि यदि प्रधानमंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने में मदद की, तो जब अमेरिका भारतीयों को जंजीरों में बांध कर भेज रहा था, तब उन्होंने क्यों कार्रवाई नहीं की।