भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी द्वारा लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए चर्चा में भाग लिया। रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान करना कांग्रेस की परंपरा तथा उनके ‘राजनीतिक डीएनए’ में है।
भाजपा नेता ने कहा कि राष्ट्रपति सर्वोच्च संवैधानिक पद पर हैं और संसद का हिस्सा हैं। हमारा नैतिक दायित्व है कि हम उनका सम्मान करें। राष्ट्रपति जी बहुत ही साधारण परिवार से निकलकर आगे बढ़ीं। पिछले दो वर्षों में वह गरिमा और शालीनता से राष्ट्रपति के पद को नई ऊंचाई दे रही हैं। उनके मुताबिक, शायद पहली बार राष्ट्रपति भवन की तरफ से एक विज्ञप्ति जारी कर किसी बयान का खंडन किया गया है। प्रसाद ने सोनिया गांधी की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा, ‘‘मैं इस टिप्पणी की भर्त्सना करना चाहता हूं।’’ उन्होंने कहा कि प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के साथ क्या-क्या व्यवहार किया गया था, उसकी जानकारी दस्तावेजों में अंकित है। प्रसाद के अनुसार, फखरूद्दीन अली अहमद और ज्ञानी जैल सिंह जैसे पूर्व राष्ट्रपति के साथ क्या व्यवहार किया गया, सबको पता है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की मृत्यु 1950 में हो गई लेकिन उन्हें 1991 में भारत रत्न दिया गया। एक को छोड़कर सभी 550 रियासतों का प्रबंधन सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया। सिर्फ एक रियासत कश्मीर को जवाहरलाल नेहरू ने संभाला था और उसे संभालने के लिए पीएम मोदी को आना पड़ा था और आज वहां चुनाव हो रहे हैं। महाकुंभ में हुई भगदड़ पर प्रसाद ने कहा कि घटना की जांच चल रही है। जांच से हमें साजिश की बू आ रही है। जब पूरी जांच होगी तो घटना के पीछे जो लोग थे उन्हें शर्म से झुकना पड़ेगा।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय भारत पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों की सूची में शामिल था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में भारत की अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत हुई तथा पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई। उन्होंने विपक्षी दलों पर सनातन के अपमान का आरोप लगाया और कहा, ‘‘सनातन का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।