शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने मंगलवार को इंडिया ब्लॉक के अस्तित्व में विश्वास व्यक्त किया और गठबंधन में बड़े भागीदार के रूप में कांग्रेस से विपक्षी दलों के बीच एकता बनाए रखने की जिम्मेदारी लेने का आह्वान किया। मीडिया से बात करते हुए, राउत ने भाजपा के प्रभुत्व के सामने लोकतंत्र और विपक्षी एकता को बनाए रखने में इंडिया ब्लॉक की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन जीवित रहेगा। अगर हम इंडिया गठबंधन को जिंदा नहीं रखेंगे तो विपक्ष खत्म हो जाएगा। वे (बीजेपी) विपक्ष को खत्म कर देंगे।
राउत ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन बना था लेकिन आज इसे बरकरार रखना देश और लोकतंत्र की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस और आप को लगता है कि वे बड़ी ताकतें हैं। महाराष्ट्र में भी हमने कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव कार्यकर्ताओं का है। वहां गठबंधन बनाना मुश्किल है, लेकिन लोकसभा और विधानसभा (महाराष्ट्र) में हमारा गठबंधन बरकरार रहेगा। गठबंधन में बड़ी पार्टी होने के नाते हमें एकजुट रखना कांग्रेस की जिम्मेदारी है।
एनडीए वाले दिन याद करते हुए संजय राउत कांग्रेस को बीजेपी से सीखने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को त्याग करना चाहिए जैसा बीजेपी किया करती थी। उन्होंने कहा कि जब हम एनडीए में थे तो नेताओं और दलों के बीच लगतार बातचीत का दौर जारी रहता था। इससे पहले सोमवार को राउत ने कहा था कि आने वाले दिनों में अगर इंडिया गठबंधन को बचाना है और मजबूत करना है तो गठबंधन सहयोगियों के बीच बातचीत जरूरी है।
राउत की टिप्पणी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद आई है कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद इंडिया गुट विभाजित है। कई भाजपा नेताओं ने यह भी दावा किया है कि इंडिया ब्लॉक के पास ‘कोई मिशन नहीं’ है और वह ‘बिखरा हुआ’ है। रविवार को, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इंडिया ब्लॉक की आलोचना करते हुए दावा किया कि गठबंधन ‘पूरी तरह से विघटित’ हो गया है, उन्होंने गठबंधन द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव और मुंबई नगर निगम चुनाव एक साथ नहीं लड़ने का उदाहरण दिया।