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भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने समीक्षा बैठक, मृतकों के परिजनों से भी मिलने जाएंगे

भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मचने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने समीक्षा बैठक बुलाई है। साथ ही वह मृतकों के परिजनों से भी मिलने जाएंगे।

आंध्र प्रदेश के तिरुमाला हिल्स पर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ एकादशी उत्सव शुरू होने से दो दिन पहले मची भगदड़ को लेकर राज्य सरकार सतर्क है। घटना में छह श्रद्धालुओं की मौत बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने समीक्षा बैठक बुलाई है। बैठक के बाद सीएम चंद्रबाबू नायडू तिरुपति मंदिर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए। वह मृतकों के परिजनों से भी मिलने जाएंगे।तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम कुमार जैन ने कहा कि सरकार तिरुपति भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि तिरुमाला तिरुपति मंदिर में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। मंदिर प्रशासन का दावा है कि भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की जान चली गई और करीब 40 लोग घायल हो गए। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने भी समीक्षा बैठक बुलाई है। वे भी थोड़ी देर में मंदिर जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि बैकुंठ एकादशी के अवसर पर लोग एकत्र हुए थे और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित व्यवस्था की गई थी। छह मृतकों में से एक महिला तमिलनाडु की बताई जा रही है और मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। हमारी सरकार उपचार के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।वहीं तिरुपति में अलग-अलग स्थानों पर मंदिर में दर्शन के ऑफलाइन टोकन देने के लिए वितरण केंद्र बनाए गए हैं। तिरुपति मंदिर में बुधवार को दर्शन के लिए भीड़ उमड़ी। दर्शन के कतार में खड़ी महिला जब अस्वस्थ महसूस कर रही तो उसकर मदद के लिए गेट खोला गया तो भीड़ एक साथ आगे बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए।