Wednesday , January 8 2025
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समाजवादी पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस कर संभल मामले की रिपोर्ट रखी, कहा -जानबूझकर माहौल को खराब करने की कोशिश की गई

लखनऊ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने संभल में जानबूझकर अफसरों के माध्यम से हिंसा करवाई और मासूम लोगों पर अत्याचार किया। सपा का प्रतिनिधिमंडल जब संभल गया तो उसे रोका गया। वहां जाने नहीं दिया गया। आखिर सरकार क्या छिपाना चाहती थी। उन्होंने कहा कि इस घटना के माध्यम का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा दरार वादी पार्टी है। इन लोगों का इंसानों के जीवन से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा हृदयहीन पार्टी है।

इसके पहले, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने संभल हिंसा से संबंधित रिपोर्ट मीडिया के सामने रखी। उन्होंने कहा कि संभल में मस्जिद का सर्वे कराने को लेकर जानबूझकर तनाव पैदा किया। सर्वे करने जाने वाली टीम में भाजपा के लोग शामिल थे और जब विवाद बढ़ गया तो भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं किया गया बल्कि सीधे गोली चला दी गई। इस घटना से प्रदेश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया।

अफसर मनमर्जी कर अन्याय की सभी सीमाएं पार कर रहे हैं
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के दो पहिये हैं एक अन्याय और दूसरा भ्रष्टाचार। ये लोग भ्रष्टाचार के मामलों को दबाने के लिए प्रदेश में जगह-जगह हिंसा कर रहे हैं। अधिकारी अन्याय की सभी सीमाओं को पार कर रहे हैं।

… अखिर सनातनी मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि यूपी में हर दिन 50 हजार गायें काटी जा रही हैं और जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। भाजपा के यही विधायक कह रहे हैं कि आज अगर प्रदेश में भाजपा का मुख्यमंत्री न होता तो वो सीएम आवास में घुस जाते…। मैं यही कहूंगा कि योगी आदित्यनाथ भाजपा के नहीं हैं। मैं उनसे यही कहूंगा कि वो आएं और सीएम आवास में घुस जाएं।

मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर कसा तंज… वहां सबसे साफसुथरा चुनाव होने जा रहा है
सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मिल्कीपुर में सबसे साफसुथरा चुनाव होने जा रहा है। मीडिया के लोगों को भी वहां कैमरा लेकर जाना चाहिए ताकि पता चल सके कि वहां कैसे चुनाव हो होते हैं। अभी जब नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे तो देखा गया था कि प्रशासन की मदद से लोगों को वोट नहीं करने दिया गया। बूथों पर पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया और वोट नहीं करने दिया गया।