नईदिल्ली। बेंगलुरु की निजी कंपनी के उप महाप्रबंधक अतुल सुभाष के आत्महत्या मामले में अब दोनों पक्षों से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। अतुल के भाई ने कानून की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवालिया निशान लगाते हुए बदलाव की मांग की है।
‘शादी से न डरने लगे पुरुष’
उन्होंने आगे कहा कि ‘एक पुरुष की जिंदगी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी एक महिला की। ऐसा न हो कि पुरुषों को शादी से डर लगने लगे। ऐसा न हो कि पुरुषों को लगने लगे कि वह सिर्फ एटीएम मशीन बनकर रह जाएंगे।’
उन्होंने कहा कि ‘एक पुरुष इतना लंबा वीडियो बनाता है। इतना लंबा सुसाइड नोट लिखता है। लेकिन अभी तक एक्शन नहीं हुआ है। आगे क्या करना है, इसके लिए हम कानूनी सलाह लेंगे।’
अतुल ने फैमिली कोर्ट की महिला जज पर भी रिश्वत की डिमांड करने का आरोप लगाया है। आत्महत्या से पहले अतुल ने एक लंबा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया था। पुलिस को अतुल के घर से एक तख्ती भी मिली है, जिस पर लिखा था- ‘न्याय अभी बाकी है।’
मीडिया से नहीं की बात
वहीं जब दैनिक जागरण के रिपोर्टर ने अतुल की पत्नी के परिवार से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। उन्होंने मीडियाकर्मियों को ही झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे दी।
अतुल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसकी पत्नी और पत्नी के परिवार ने उस पर कई झूठे मुकदमे करवाए हुए हैं। वहीं अतुल ने अपनी पत्नी पर 3 करोड़ रुपये की डिमांड करने का भी आरोप लगाया है।
बच्चे की कस्टडी की मांग
अतुल ने लिखा है कि उसके सुसाइड नोट और आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो को कोर्ट में सबूत की तरह इस्तेमाल किया जाए और उसके बच्चे की कस्टडी उसके मां-बाप को दे दी जाए। मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले अतुल सुभाष की शादी जौनपुर की निकिता सिंघानिया से हुई थी।