शनिवार को फिर से छानबीन कराई जाएगी। मालूम हो 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान उपद्रव किया गया था। जिसमें पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी। इसी दौरान पिस्टल का भी इस्तेमाल किया गया। बवाल के बाद छानबीन करने पहुंची एसआईटी को यह कारतूस और खोखे मिले हैं।
शस्त्र लाइसेंस धारकों का भी डाटा खंगाला जाएगा
जामा मस्जिद सर्वे के दौरान बवाल की चपेट में मोहल्ला कोटगर्वी, नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा आया है। इस इलाके में 20 हजार से ज्यादा आबादी है। इन तीनों ही इलाके में शस्त्र लाइसेंस भी काफी हैं। इन सभी लाइसेंस धारकों का डाटा निकाला जाएगा। एसपी ने बताया कि इन लाइसेंस धारकों से कारतूस इस्तेमाल का हिसाब लिया जाएगा। जिससे यह स्पष्ट हो सके कि इन लाइसेंस धारकों के कारतूस तो बवाल में इस्तेमाल नहीं किए गए हैं। इस छानबीन को भी एसआईटी ही करेगी।
शहर में शस्त्र लाइसेंस के लिए कारतूस बिक्री की तीन दुकानें है। इसके अलावा जिलेभर में भी काफी दुकानें है। पहले संभल शहर और बाद में जिले की दुकानों से हिसाब लिया जाएगा कि किस शस्त्र लाइसेंस धारक को कितने कारतूस की बिक्री की गई है। उससे भी मिलान किया जाएगा। जिससे बिक्री और खपत का मिलान किया जा सके। इसके लिए भी पुलिस की एसआईटी छानबीन शुरू करेगी।
पुलिस की फॉरेंसिक टीम द्वारा बवाल के इलाके से जो कारतूस और खोखे बरामद किए हैं। उनको सील कर दिया है। यह खोखे और कारतूस जांच के लिए बैलिस्टिक्स विशेषज्ञों के पास जाएंगे। एसपी ने बताया कि बैलिस्टिक्स विशेषज्ञ के जो रिपोर्ट देंगे उसके आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।