शुक्रवार को शीतकालीन सत्र शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद बीजेपी विधायकों ने दिल्ली विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। अध्यक्ष राम निवास गोयल द्वारा नियम 280 के तहत उठाए जाने वाले मुद्दों को सूचीबद्ध सदस्यों द्वारा पढ़ा हुआ समझा जाने की घोषणा के बाद विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा विधायक सदन से बाहर चले गए। दिल्ली विधानसभा एलओपी विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि हम शीश महल पर चर्चा करना चाहते हैं। हम चर्चा करना चाहते हैं कि दिल्ली सरकार सिर्फ एक महीने के लिए 10,000 करोड़ रुपये कैसे मांग रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि इसका मतलब है कि वे पूरी तरह से दिवालिया हो चुके हैं। हम संसद में CAG रिपोर्ट चाहते हैं। हमने हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस से जल्द सुनवाई की अपील की थी क्योंकि ये आखिरी सत्र है और अब रिपोर्ट जारी करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आप दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी वोट बना रही है और उन्हें शरण दे रही है। दिल्ली में अपराध का बड़ा कारण रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं। AAP इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है।
जेंद्र गुप्ता ने कहा कि वे महिला सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन अपराधी को शरण देने वाले सीएम के इशारे पर सांसद स्वाति मालीवाल की पिटाई की गई। निर्भया के लिए बजट इतना ज्यादा रखा और महिला सुरक्षा पर एक पैसा भी खर्च नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण ज्यादा होने से आपातकाल लग गया है, फिर भी AAP इस पर बात नहीं करेगी। हम ये सारे मुद्दे उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दिल्ली में एनआरसी लागू कर सभी रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकाला जाए।