भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली इकाई प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा सहित नेताओं ने शीश महल विवाद को लेकर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के आवास के पास विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली भाजपा सांसद मनोज तिवारी और हाल ही में पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व आप नेता कैलाश गहलोत भी विरोध प्रदर्शन में मौजूद थे। बीजेपी कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लेकर पुलिस बैरिकेड पर चढ़ते दिखे. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
सचदेवा ने एक्स पर लिखा कि अब भाजपा कार्यकर्ताओं का संघर्ष रंग ला रहा है, कार्यकर्ताओं के संघर्ष ने केजरीवाल की नींद उड़ा दी है; राजतंत्र का अनुभव करके सत्ता का सुख भोगने वाले केजरीवाल को ज्ञात होना चाहिए कि भारत लोकतांत्रिक देश है यहाँ सत्ता परिवर्तन वोट की ताक़त से होता है, दिल्ली की जनता यह सवाल पूछ रही है कि इस शीशमहल में इतना विलासितापूर्ण जीवन जीने का सामान कहां से आया? दिल्लीवासियों की गाढ़ी कमाई के दुरुपयोग से या शराब और दिल्ली में हुए विभिन्न घोटालों से या फिर AAP की पंजाब सरकार से?
वहीं, पूर्व आप और अब भाजपा नेता कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली सरकार के लंबित कार्यों के कारण दिल्ली के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और विश्वास जताया कि 2025 के विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि हम यहां ‘शीश महल’ मुद्दे पर विरोध करने आए हैं। जब मैंने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा तो साफ लिखा कि शीश महल को लेकर जो विवाद पैदा किया गया है, वह वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है। यह आम आदमी पार्टी के मूल सिद्धांतों से समझौते का उदाहरण है।
गहलोत ने कहा कि मुझे लगता है कि इस बार बीजेपी दिल्ली में सरकार बनाएगी। दिल्ली में काम नहीं होने से लोग परेशान हैं- सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं, पीने का पानी नहीं मिल रहा है, सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि दिल्ली की जनता इस बार बीजेपी को जिताएगी। दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से कुछ महीने पहले आप को अपने शीर्ष नेता कैलाश गहलोत के बाहर निकलने से बड़ा झटका लगा, जिन्होंने केजरीवाल को लिखे अपने त्याग पत्र में वादों को पूरा न करने और आप के अपने मूल्यों से भटकने पर असंतोष व्यक्त किया था।