संकल्प पत्र में क्या कुछ
- युवाओं के लिए 25 लाख नई नौकरियों का वादा
- महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा
- किसानों का कर्ज माफ करने का वादा
- किसानों के लिए भावांतर योजना लाएगी
- वृद्ध पेंशन योजना- सीमा 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये की जाएगी
- स्कील सेंटर खोले जाएंगे
‘लाडली बहन योजना और वृद्धावस्था पेंशन में हम बढ़ोतरी कर रहे’
शाह ने कहा, ‘हम जो संकल्प पत्र लेकर आए हैं, उसमें 25 प्रमुख मुद्दे हैं। लाडली बहन योजना और वृद्धावस्था पेंशन में हम बढ़ोतरी कर रहे हैं। किसानों के ऋण माफ और किसान सम्मान निधि को 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 15 हजार रुपये करेंगे। 10 लाख प्रतिभावान छात्रों को मासिक 10 हजार रुपये का मानदेय देंगे। 45 हजार गांवों में रास्ते बनाए जाएंगे। आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का बीमा किया जाएगा और उनका मासिक वेतन 15 हजार रुपये तक बढ़ाया जाएगा।’
‘महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब’
अमित शाह ने कहा कि आज यहां जिस संकल्प पत्र का विमोचन हुआ है, वह महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई, गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू हुआ, समाजिक क्रांति की शुरुआत भी यहीं से हुई है और महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब हमारे संकल्प पत्र में दिखाई पड़ता है।
उन्होंने आगे कहा कि हमने इस संकल्प पत्र के माध्यम से महापुरुषों की परंपराओं और सांस्कृतिक विरासतों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी रखा है। अराजकता फैलाकर विकास के नाम पर विफल राज्य देने वालों की विफलताओं से बोध लेकर मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित महाराष्ट्र के लिए योजनाएं भी हमारे इस संकल्प पत्र में हैं। अघाड़ी की सारी योजनाएं सत्ता की लालच में तुष्टिकरण की हैं, विचारधाराओं का अपमान करने वाली हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति से छल करने वाली हैं।
भारत के लिए विकसित महाराष्ट्र बनाने की रूपरेखा
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के लिए भाजपा का चुनाव संकल्प पत्र विकसित भारत के लिए विकसित महाराष्ट्र बनाने की रूपरेखा है।
कब होने हैं चुनाव?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 122, शिवसेना को 63 और कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं।