Sunday , December 22 2024
Breaking News

राहुल गांधी पर हिमंत बिस्वा सरमा का पलटवार , हमारे समाज के दुश्मन राहुल गांधी हिंदू समाज को बांटना चाहते हैं

असम के सीएम और झारखंड बीजेपी के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पलटवार किया है। हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने हिंदू समाज को बांटने की जो साजिश रची है, ऐसा तो अंग्रेजों ने भी नहीं किया था। उन्होंने कहा कि हमारे समाज के दुश्मन राहुल गांधी समाज को बांटना चाहते हैं। सरमा ने दावा किया कि हेमंत सोरेन घुसपैठियों के लिए काम करते हैं। वह आदिवासी समाज के कल्याण के लिए काम नहीं करते।

राहुल पर अपना हमला जारी रखते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह झारखंड के कल्याण के लिए काम नहीं करते। इसीलिए तो हम लोग कहते हैं एकजुट रहो, सुरक्षित रहो। भाजपा नेता ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री और कांग्रेस-जेएमएम नेता अपनी रैलियों में जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे साबित होता है कि वे घबराये हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि यहां तक ​​कि उन्होंने भी स्वीकार कर लिया है कि वे जीतने वाले नहीं हैं। हमें चुनाव प्रक्रिया या चुनाव आयोग, राज्य सरकार या केंद्र सरकार की भूमिका से कोई समस्या नहीं है।

 

वहीं, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज झारखंड के सिमडेगा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि मैं आपको मणिपुर के बारे में बताता हूं। भाजपा ने मणिपुर को जला दिया और आज तक, भारत के प्रधान मंत्री ने वहां का दौरा नहीं किया है। इसका मतलब है कि उन्होंने इस बात को मान लिया है कि मणिपुर जैसा कोई राज्य नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भाजपा की विचारधारा के कारण मणिपुर जला।

राहुल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि ये दलित और अल्पसंख्यकों के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि देश में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की कोई भागीदारी नहीं है। देश के दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के लोग सक्षम हैं। आप में कोई कमी नहीं है। आप हर तरह का काम कर सकते हैं, लेकिन आपके रास्ते को रोका जाता है। मैंने संसद में जातिगत जनगणना की बात उठाई तो नरेंद्र मोदी चुप हो गए। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जहां भी जाते हैं, वो एक भाई को दूसरे भाई से, एक धर्म को दूसरे धर्म से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाते हैं। इसलिए हमने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की, जिसमें नारा था- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलेंगे। जिससे हिंदुस्तान के लोग प्यार से एक साथ रहें।