शाहजहांपुर: शाहजहांपुर में दिवाली का त्योहार अपनों के बीच मनाने के लिए ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों को काफी जद्दोजहद करना पड़ी। पहले फुल ट्रेनें बुधवार को स्टेशन पर पहुंचीं तो यात्री उसमें चढ़ने के लिए जूझते रहे। लोग पायदान पर लटककर सफर करते नजर आए। वहीं रोडवेज की बसें खाली रहीं।
बुधवार को दोपहर 12 बजे रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर पर यात्रियों की भारी भीड़ थी। यात्री त्रिवेणी एक्सप्रेस और राज्यरानी एक्सप्रेस के आने का इंतजार कर रहे थे। 12:23 मिनट पर राज्यरानी एक्सप्रेस आई। उसमें सीट घेरने को लेकर जद्दोजहद शुरू हो गई। रिजर्वेशन कराने वाले यात्री तो स्लीपर व एसी कोच में सवार हो गए, लेकिन जनरल टिकट पर सफर करने वालों के सामने बोगी में सवार होने का संकट था।
पहले से फुल बोगियों में पैर रखने की जगह नहीं थी। जिसे जहां खड़े होने की जगह मिली, वह वहीं फंसा रह गया। कोच के पार्सल यान से लेकर पायदान पर यात्री लटके नजर आए। इसके कुछ देर के बाद आई त्रिवेणी एक्सप्रेस का भी यही नजारा रहा। इस बीच यात्रियों को काफी दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ा।
रोडवेज पर खड़ी रहीं बसें, नहीं उमड़ी भीड़
रोडवेज बस अड्डे पर यात्रियों की भीड़ नहीं उमड़ी। ऐसे में चालक-परिचालक भी परेशान नजर आए। परिवहन निगम के अधिकारियों को उम्मीद थी कि दिवाली पर दिल्ली से आने वाले यात्रियों की भीड़ रहेगी। इसके चलते 38 बसों को दिल्ली रूट पर लगाया था। बुधवार को जहां काफी भीड़ उमड़ने की संभावना थी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में अतिरिक्त बसों का संचालन नहीं हो सका है। एआरएम राम प्रसाद प्यारे ने बताया कि पर्याप्त सवारी नहीं निकली गई। शाहजहांपुर से जाने वाली बसों में सवारी कम रही हैं।
डग्गामार वाहनों के खिलाफ चलाया अभियान
परिवहन निगम के पीटीओ और एआरएम ने संयुक्त रूप से डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया। उन्होंने पुलिस लाइन के सामने से चलने वाले डग्गामार वाहनों को चेक किया। उन्हें बस अड्डे करीब से वाहन चलाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।