मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कोपरी-पचपाखड़ी सीट से नामांकन दाखिल किया। इस दौरान सीएम शिंदे ने रोड शो के जरिए अपनी ताकत दिखाई। सीएम शिंदे के नामांकन में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले भी मौजूद रहे। नामाकंन से पहले सीएम शिंदे ने अपने स्वर्गीय राजनीतिक गुरु आनंद दिघे को श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि शिंदे का मुकाबला शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार केदार दिघे से होगा, जो आनंद दिघे के भतीजे हैं।
सीएम शिंदे ने रोड शो के जरिए दिखाई ताकत
नामांकन के लिए घर से निकलने से पहले शिंदे ने आनंद आश्रम में दिवंगत दिघे को श्रद्धांजलि दी और आरती की। वह रथ के रूप में तैयार एक वाहन में सवार हुए। सीएम शिंदे के रोड शो में सैकड़ों समर्थक शामिल हुए, जिन्होंने हाथों में शिवसेना के झंडे थामे हुए थे और वे मुख्यमंत्री के बड़े पोस्टर लिए हुए थे। शिंदे का रोड शो मोडेला चेक नाका स्थित दत्त मंदिर से शुरू हुआ और ठाणे की मुख्य सड़कों से होकर गुजरा। आईटीआई केंद्र तक पहुंचने तक रोड शो लगभग दो घंटे चला। आईटीआई केंद्र में शिंदे ने दोपहर 1.30 बजे के बाद अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा मंगलवार को समाप्त हो रही है।
शिंदे बोले- ये विकास बनाम विनाश की लड़ाई
नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले सीएम शिंदे ने संत एकनाथ महाराज के वंश के योगीराज महाराज गोस्वामी से आशीर्वाद लिया। हरे और केसरिया रंग के दुपट्टे से सजे शिंदे के रथ पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे, प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और आनंद दिघे की तस्वीरें लगी थीं। शिंदे ने जीत का भरोसा जताया और महायुति और एमवीए के बीच चुनावी मुकाबले को विकास और गैर-विकास के बीच एक महत्वपूर्ण विकल्प बताया। शिंदे ने मीडिाय से बात करते हुए कहा, ‘यह विकास और विनाश के बीच की लड़ाई है।’ उन्होंने पिछले ढाई साल में राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास के कामों को गिनाया। शिंदे 2009 से शिवसेना (अविभाजित) उम्मीदवार के रूप में कोपरी-पचपाखड़ी निर्वाचन क्षेत्र में अपराजित रहे हैं।