तिरुवनंतपुरम: केरल के वन मंत्री और एनसीपी नेता ए के ससीन्द्रन ने शनिवार को कहा कि पार्टी विधायक थॉमस के थॉमस के खिलाफ लगे आरोपों पर पार्टी नेतृत्व उचित कार्रवाई करेगा। एनसीपी विधायक थॉमस के थॉमस पर विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश के आरोप लगे हैं। आरोपों की न्यायिक जांच की मांग पर ससींद्रन ने कहा कि इस संबंध में संबंधित व्यक्ति यानी सीएम पी. विजयन ही फैसला लेंगे।
क्या है विवाद
वन मंत्री की यह प्रतिक्रिया केरल की मीडिया रिपोर्टों पर उठे विवाद के एक दिन बाद आई है, जिसमें दावा किया गया है कि राज्य के एनसीपी विधायक थॉमस के थॉमस, जो शरद पवार की पार्टी से संबंधित हैं, उन्होंने दो अन्य वामपंथी विधायकों को अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल होने के लिए 50-50 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एनसीपी विधायक थॉमस के थॉमस ने दो वामपंथी विधायकों एंटनी राजू (जनाधिपत्य केरल कांग्रेस) और कोवूर कुंजुमन (आरएसपी-लेनिनवादी) को पैसे की पेशकश की।
हालांकि, कुट्टानाड सीट से विधायक थॉमस ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया और मीडिया रिपोर्ट्स को निराधार बताया। थॉमस के थॉमस पर अपनी पार्टी के नेता और वन मंत्री ससींद्रन को हटाकर खुद पी. विजयन की कैबिनेट में शामिल होने की कोशिश का भी आरोप है। गौरतलब है कि अजित पवार, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं।
कांग्रेस ने सीएम को घेरा
वहीं विपक्षी कांग्रेस ने एलडीएफ विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों पर सीएम विजयन पर निशाना साधा। कांग्रेस ने गंभीर आरोपों की जानकारी होने के बावजूद जांच का आदेश न देने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की। पत्रकारों से बात करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने आरोप लगाया कि विजयन केवल वही काम करते हैं जिससे संघ परिवार का नेतृत्व संतुष्ट हो। मुख्यमंत्री पर संघ परिवार के डर से शासन करने का आरोप लगाते हुए सतीशन ने कहा कि विजयन केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मामलों की जांच किए जाने से परेशान हैं।