वायनाड: वायनाड लोकसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी बुधवार को रोड शो करेंगी। उनके रोड शो में कांग्रेस और उनके सहयोगी दल IUML का झंडा दिखेगा या नहीं, इसे लेकर चर्चा का आलम है। वायनाड की सियासत में झंडा एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। हालांकि कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि रोड शो में कांग्रेस या किसी सहयोगी दल का झंडा दिखाने पर कोई पाबंदी नहीं है।
दरअसल वायनाड में कांग्रेस उम्मीदवारों के रोड शो में साल 2019 से झंडे को लेकर सियासत खूब हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रोड शो में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल आईयूएमएल के हरे रंग के झंडे खूब छाए हुए थे। इसे लेकर भाजपा नेता और मौजूदा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि यह समझना मुश्किल था कि यह रोड शो भारत में हुआ था या पाकिस्तान में।
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इसके बाद जब इस साल अप्रैल 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर राहुल गांधी ने रोड शो किया था तो किसी भी पार्टी का झंडा नहीं दिखाई दिया था। इसे लेकर माकपा ने कहा था कि लगता है कि कांग्रेस भाजपा से डर गई। वहीं भाजपा की ओर से कहा गया था कि राहुल गांधी आईयूएमएल से शर्मिंदा हैं, इसलिए उन्होंने रोड शो के दौरान पार्टी के झंडा तक का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इंडियन मुस्लिग लीग से शर्म आती है, तो वे उनका समर्थन वापस कर दें।
अब वायनाड में हो रहे लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को नामांकन दाखिल करने से पहले रोड शो करेंगीं। इसे लेकर पार्टी सूत्रों का कहना है कि रोड शो में झंडे के प्रयोग पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है।