प्रयागराज: महाकुंभ में किन्नर समाज को एकजुट करने के लिए पृथक अर्धनारीश्वर धाम का भी गठन किया गया है। इसकी स्थापना निर्मोही अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी ने की है। पशुपति पीठ नेपाल से जुड़ी स्वामी हिमांगी ने रविवार को महाकुंभ में महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर के पदों पर किन्नर समाज के वंचित संतों का अभिषेक कराने का ऐलान किया।
पांच भाषाओं में श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराने वाली किन्नर महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुकी हैं। स्वामी हिमांगी ने किन्नरों के उत्थान के लिए मुंबई में अर्धनारीश्वर धाम स्थापित किया है। महामंडलेश्वर हिमांगी इस बार महाकुंभ में अलग-अलग भाषाओं में श्रीमद्भागवद् कथा करेंगी। अर्धनारीश्वर धाम के शिविर में कथा के अलावा सामाजिक विषयों पर जागरूकता मुहिम, पूजन-हवन और भंडारा चलेगा। इसमें बड़ी संख्या में देश-विदेश के शिष्य और किन्नर शामिल होंगे।
संगम की रेती पर किन्नर माहभर शिविर में रहकर दोनों वक्त गंगा स्नान और कल्पवास करेंगे। महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान शिविर में जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, ब्राजील, रूस, नेपाल सहित अन्य देशों से बड़ी संख्या में शिष्य परिवार सहित आएंगे। यह सभी लोग माहभर संगम की रेती पर कल्पवास करेंगे। महाकुंभ में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु और किन्नर संत अयोध्या धाम जाकर भगवान श्रीराम का दर्शन-पूजन भी करेंगे।
धार्मिक स्थलों पर जाकर करेंगी दर्शन पूजन
इस दौरान प्रयागराज के आसपास के प्रमुख धार्मिक धार्मिक स्थलों वाराणसी, चित्रकूट, कौशाम्बी, कुशीनगर, मिर्जापुर सहित अन्य स्थानों पर जाकर वह पूजन-अर्चन करेंगे। महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी मां ने बताया कि जिस तरह केंद्र-प्रदेश सरकारें, महाकुंभ का प्रचार-प्रसार देश और विदेश में कर रही हैं। उससे बड़ी संख्या में स्नानार्थी और श्रद्धालु तीर्थराज प्रयागराज में एकत्र होंगे। इस दौरान अर्धनारीश्वर धाम में महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर की भी पदवी प्रदान की जाएगी। ऐसे किन्नर संतों का मौनी अमावस्या के दिन पट्टाभिषेक किया जाएगा।
28 अक्तूबर को आएंगी हिमांगी सखी
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी महाकुंभ की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए 28 अक्तूबर को आएंगी। इस दौरान कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से मिलकर अर्धनारीश्वर धाम के लिए जमीन, सुविधा का आवेदन करेंगी।
सात महामंडलेश्वरों को पट्टाभिषेक में 13 अखाड़ों को न्योता
श्रीपंच दशनाम संत श्रीगुरुदत्त अखाड़े की ओर से 26 अक्तूबर को होने वाले पट्टाभिषेक समारोह में सभी 13 अखाड़ों को न्योता भेजा गया है। इसके लिए चौफटका में अनंतमाधव मंदिर से लगे कैंटोनमेंट बोर्ड की भूमि पर भव्य पंडाल लगाया जाएगा। पट्टाभिषेक समारोह में हिस्सा लेने के लिए संरक्षक चेतन गिरि और संस्थापक आदित्यनंद गोल्ड गिरि 25 अक्तूबर को यहां पहुंचेंगे।
पंचदशनाम श्री संत गुरुदत्त अखाड़ा के संरक्षक चेतन गिरि, संस्थापक स्वामी आदित्यनंद गोल्ड गिरि और महामंत्री वीरेंद्रानंद गिरि ने रविवार को संयुक्त बयान में कहा कि वह किसी अखाड़े या संत, महात्मा का विरोध करने नहीं आए हैं।
स्वामी गोल्ड गिरि ने बताया कि इस पट्टाभिषेक समारोह में सभी अखाड़ों को आमंत्रित किया गया है। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पट्टाभिषेक समारोह में गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने का संकल्प लिया जाएगा। उनका कहना है कि नव गठित अखाड़ा वंचित संतों के सम्मान की लड़ाई लड़ेगा। यह अखाड़ा झूठी शान और पहचान का मोहताज नहीं है। सनातनी संस्कृति के उत्थान के लिए अखाड़ा काम करेगा।