एटा: एटा के थाना जसरथपुर क्षेत्र में 6 अक्तूबर की सुबह एक अज्ञात महिला का शव बाजरे के खेत में पड़ा हुआ था। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। शव की पहचान अलका देवी के रूप में उसके पति रमाकांत ने कर ली। रमाकांत ने दो नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।
बृहस्पतिवार को पुलिस ने एक आरोपी और बालिका अपचारी को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अलका ने अपनी नाबालिग पुत्री की हत्या की सुपारी सुभाष निवासी अकराबाद सिकंदरपुर खास थाना कायमगंज जिला फर्रुखाबाद को दी। सुभाष के अलका की पुत्री के साथ संबंध थे, जिसके चलते उसने सारी जानकारी उसको दे दी।
बेटी ने मां की हत्या के लिए सुभाष चंद्र से शादी की बात कह दी। इसके बाद सुभाष बेटी के फोटो ऐसे बना कर दिए जिसमें लग रहा था कि उसकी मौत हो चुकी है। सुभाष ने अलका से बेटी की सुपारी के पैसे मांगे। जब कई दिन तक पैसे नहीं मिले तो वह बेटी को लेकर आगरा चला गया और अलका को भी आगरा बुला लिया। बताया कि हमने तुम्हारी बेटी की हत्या नहीं की है।
आगरा से तीनों एटा आए और रामलीला मेले में घूमने के बाद अलीगंज से पहले जाकर उतर गए और वहां से किसी अज्ञात वाहन से जसरथपुर थाना क्षेत्र के गांव नगला चंदन पुरंजला के पास ले जाकर अलका की हत्या कर दी और बाजरे के खेत में शव को को फेंक दिया। बुधवार की देर रात घटनास्थल पर शव को देखने जा रहे थे, तभी पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया।