वाराणसी: सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा की ओर से शहर के मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाने के लिए दो साल से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था। गत दो महीने से अजय शर्मा शहर के 14 मंदिरों से साईं प्रतिमा हटवा चुके थे। इन सबके बीच कमिश्नरेट के अलग-अलग थानों की पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट मूकदर्शक बनी रही।
बुधवार की रात 2.30 बजे के बाद अचानक पुलिस सक्रिय हुई और अजय को हिरासत में लिया गया। इसके बाद अजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने और फिर जिला जेल में दाखिल किए जाने तक लगभग 13 घंटे हाई वोल्टेज ड्रॉमा चला।सनातन रक्षक दल के पदाधिकारियों ने बताया कि अजय शर्मा की तैयारी थी कि गुरुवार की अलसुबह वह दशाश्वमेध क्षेत्र के भूतेश्वर महादेव और तारकेश्वर महादेव मंदिर से साईं प्रतिमा हटवाएंगे।
बुधवार की रात दो बजे के बाद अजय शर्मा साईं प्रतिमा हटवाने के लिए मजदूर खोजने निकले थे। उसी दौरान सादे कपड़ों में आए लोग अजय को कार में बैठाकर अपने साथ ले गए। गुरुवार की दोपहर उन्हें चितईपुर थाने से चौक थाने ले जाया गया। फिर, मेडिकल मुआयना के बाद पुलिस अजय को लेकर पुलिस लाइन गई। वहां से जिला जेल ले जाया गया। शाम लगभग चार बजे अजय को जिला जेल में दाखिल कर दिया गया।
दो घंटे 39 मिनट में दर्ज हुए दो मुकदमे
रेशम कटरा निवासी चैतन्य व्यास की तहरीर पर चौक थाने में अजय शर्मा के खिलाफ बृहस्पतिवार की दोपहर 1:37 बजे पहला मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह रेशम कटरा स्थित आनंदमई हनुमान मंदिर के पुजारी हैं। तीन दिन पहले अजय शर्मा मंदिर में आए। उन्होंने मंदिर से साईं प्रतिमा हटाने का दबाव बनाया। संत रघुवर नगर निवासी अभिषेक कुमार की तहरीर पर सिगरा थाने में अजय शर्मा और अन्य अज्ञात के खिलाफ बृहस्पतिवार की शाम 4:16 बजे दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया।
मुहिम चलती रहेगी, शिव भक्त डरेगा नहीं : अजय
चितईपुर थाने से चौक थाने ले जाए जाने के दौरान अजय शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि यह मुहिम चलती रहेगी। शिव भक्त डरेगा नहीं… हर हर महादेव। वहीं, अजय की गिरफ्तारी की सूचना पर उनके समर्थक पहले चितईपुर थाने और फिर चौक थाने के बाहर इकट्ठा हुए। सभी का कहना था कि कुछ समय पहले ही अजय की ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी।