मुंबई: महाराष्ट्र में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इस चुनाव को देखते हुए एआईएमआईएम ने 28 मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के लिए महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन की मांग करते हुए कांग्रेस और राकांपा-एसपी से संपर्क किया। पूर्व सांसद और पार्टी नेता इम्तियाज जलील ने शुक्रवार को बताया कि एआईएमआईएम ने कांग्रेस और राकांपा-एसपी के अध्यक्षों को 28 सीटों का प्रस्ताव भेजा।
मराठी न्यूज चैनल को साक्षात्कार देते हुए इम्तियाज जलील ने कहा, “एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से सलाह लेने के बाद हमने एक पत्र तैयार किया। इसे कांग्रेस और राकांपा-एसपी को भेजा गया। शिवसेना (यूबीटी) धर्मनिरपेक्ष बनी है और विभिन्न मुद्दों पर हम उनका रुख जानते हैं।” उन्होंने सवाल किया कि जब कांग्रेस और राकांपा-एसपी उस पार्टी से हाथ मिला सकती है जो हाल ही में धर्मनिरपेक्ष बनी है तो एआईएमआईएम महाविकास अघाड़ी के साथ गठबंधन क्यों नहीं बना सकती?
जलील ने कहा, “हमने उन्हें 28 मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का प्रस्ताव दिया है। हम इन क्षेत्रों में मजबूती से टक्कर दे सकते हैं। हमने उनसे (कांग्रेस और राकांपा-एसपी) कहा कि अगर बहुत सारे उम्मीदवार मैदान में हैं तो इससे भाजपा को लाभ होगा।” उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम ने केवल निर्वाचन क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया है, और वह कम सीटों पर भी चुनाव लड़ सकती है।
बता दें कि इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। वर्तमान समय में विधानसभा में 103 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा शिवसेना की 40, राकांपा की 41, कांग्रेस की 40 शिवसेना (यूबीटी) की 15, राकांपा-एसपी की 13 और निर्दलीय की 29 विधायक हैं। कुछ सीटें खाली भी हैं।