अच्छी सेहत चाहते हैं तो आहार को ठीक रखना बहुत जरूरी हो जाता है। हम जो कुछ भी खाते-पीते हैं उसका शरीर पर सीधा असर होता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को आहार को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह देते हैं। हृदय-फेफड़े हों या किडनी, इन्हें स्वस्थ रखना चाहते हैं तो विटामिन्स-प्रोटीन से भरपूर चीजों को आहार का हिस्सा बनाना चाहिए।
दुनियाभर में तेजी से बढ़ती फेफड़ों की बीमारियां स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का कारण बनी हुई है। क्या आप जानते हैं कि इसमें एक लाल फल को बहुत लाभकारी माना जाता है।हम बात कर रहे हैं टमाटर की। टमाटर में पाए जाने वाले विटामिन्स और यौगिकों को लंग्स हेल्थ के लिए बहुत लाभकारी पाया गया है। टमाटर में लाइकोपिन नामक एक तत्व होता है, जिसे फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
टमाटर में होते हैं प्रभावी पोषक तत्व
टमाटर वैसे तो कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है, पर इस फल में पाया जाने वाला लाइकोपीन इसे काफी स्वास्थ्यवर्धक बनाता है। लाइकोपीन एक कैरोटीनॉयड है जो टमाटर को उसका लाल रंग भी देता है। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है जो कैंसर के खतरे को कम करने के लिए जाना जाता है। अध्ययनों में लाइकोपीन को हृदय रोग के जोखिम को कम करने, फेफड़ों की गंभीर बीमारियों से बचाने में लाभकारी पाया गया है।
यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को रोजाना टमाटर खाने की सलाह देते हैं।
फेफड़ों की दूर होती है बीमारियां
शोधकर्ताओं ने बताया कि टमाटर खाने वाले लोगों में फेफड़ों से संबंधित कई तरह की बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है। क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और फेफड़ों के कैंसर से बचाने में लाइकोपीन की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं आहार में लाइकोपीन से भरपूर चीजों को शामिल करने से धूम्रपान करने वालों में सीओपीडी और फेफड़ों के कैंसर को कम होते देखा गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि इसके लिए नियमित रूप से टमाटर खाना काफी लाभकारी हो सकता है।
इम्युनिटी सिस्टम होती है मजबूत
लाइकोपीन एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में सहायक है। फ्री रेडिकल्स आपकी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। टमाटर जैसे लाइकोपीन से भरपूर खाद्य पदार्थ फेफड़े, पेट या प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंका कम करते हैं साथ ही इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।
मजबूत इम्युनिटी सिस्टम आपको कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों से बचाने में मददगार मानी जाती है।