हमीरपुर: चित्रकूट दर्शन के बहाने ले जाकर एक परिवार के लोगों को जान से मारने का प्रयास किया गया। जिसमें गला कसने पर पति चलती कार से कूद गया। आरोपियों ने पत्नी की गलाकर कसकर हत्या कर दी। बेटे को रास्ते में उतार दिया और बेटी को जनपद जालौन में छोड़ दिया। पुलिस ने पहले सूरज की तहरीर पर अपहरण का मामला दर्ज किया था। अब मामला हत्या में तरमीम करने की बात कह रही है। पुलिस आरोपी चालक को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। कार बरामद कर ली गई है। आरोपियों की तलाश के लिए चार टीमें लगाई गई हैं।
जनपद कानपुर के थाना चौबेपुर के मदारी पुर गांव निवासी सूरज यादव परिवार सहित शहर के गुजैनी बर्रा में किराये पर रहते हैं। वह किसी जूता फैक्टरी में काम करता था। जहां पर परिवार रहता है उसी मकान में त्रिभुवन उर्फ चाचा नाम का व्यक्ति भी किराये पर रहता है। त्रिभुवन ने सूरज यादव से चित्रकूट जाने की बात कही। जिस पर सूरज अपनी पत्नी अमन (35), बेटा रामजी (10) और बेटी परी (2) के साथ तैयार हो गया। चित्रकूट जाने के लिए संजीव नामक व्यक्ति की अर्टिका कार बुक की गई। चित्रकूट जाने के लिए त्रिभुवन ने अपने साथी वीर सिंह और रामप्रसाद को भी बुला लिया।
21 सितंबर को वह वहां से निकल पड़े। जनपद जालौन के जोल्हूपुर से त्रिभुवन ने एक व्यक्ति को और बैठा लिया। हमीरपुर जनपद के जरिया थाना क्षेत्र में पहुंचने पर कार में बैठे लोगों ने परिवार को मारने के लिए गला कसने लगे। तभी सूरज ने चलती कार में खिड़की में पैर मारकर कूद गया। जान बचाकर वह वहीं छुप गया। आरोपियों ने खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद पत्नी अमन का गला कसकर गोहांड के पास फेंक दिया। आगे बेटे को छोड़ दिया। जनपद जालौन में बेटी को छोड़कर भाग खड़े हुए। सूरज ने पुलिस को परिवार के अपहरण करने की जानकारी दी।