आगरा: ताजमहल के गुंबद की दीवारों पर उगे पौधे, गुंबद में रिसाव समेत संरक्षण से जुड़े सवालों पर पहली बार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की सफाई सामने आई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक ने एक्स पर मीडिया रिपोर्ट और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सवालों का बिंदुवार जवाब दिया है।
एक्स पर एएसआई ने पोस्ट डालकर सफाई दी है, ताजमहल मुख्य गुंबद पर जंग लगने की सूचना गलत है। लगातार अधिक वर्षा की वजह से पानी की कुछ बूंद देखी गई हैं, जिनका निराकरण किया जा रहा है। कोई गंभीर संरचनात्मक समस्या नहीं है। मुख्य गुंबद नहीं, बाहरी दीवार में पौधा था। उसे हटाया जा चुका है। वर्षा के मौसम में इस तरह के पौधे उगते रहते हैं। उनको निरंतर हटाया जाता रहता है।
ताजमहल परिसर में पिछले 1 वर्ष से अधिक के समय से किसी पर्यटक ने बंदर की कोई शिकायत नहीं की है। डीजी एएसआई के एक्स हैंडल से कहा गया है कि उद्यान परिसर में बारिश का भरा हुआ पानी क्षणिक है। वह परिसर में स्थित कुओं एवं रिचार्ज पिटों के माध्यम से भूजल में समाहित हो जाता है। यह जल संरक्षण की एक विधा है, कोई समस्या नहीं। ताजमहल परिसर के अंदर पर्यटकों के लिए सुंदर वातावरण है। यहां आकर आनंद लें। ताजमहल के रखरखाव में जो भी राशि खर्च की जाती है। उसका ऑडिट किया जाता है। अभी तक के ऑडिट में ऐसी कोई शंका जाहिर नहीं की गई है।