अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा चार साल से अधिक समय में पहली बार नीतिगत दर में कटौती की घोषणा के बाद मजबूत वैश्विक रुझानों के अनुरूप बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गुरुवार को नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 236.57 अंक या 0.29 प्रतिशत चढ़कर 83,184.80 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 825.38 अंक या 0.99 प्रतिशत चढ़कर 83,773.61 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 38.25 अंक या 0.15 प्रतिशत बढ़कर 25,415.80 पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह 234.4 अंक या 0.92 प्रतिशत बढ़कर 25,611.95 के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 10 पैसे मजबूत होकर 83.66 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में एनटीपीसी, नेस्ले, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक, मारुति, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल और एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक लाभ में रहे। एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, अदाणी पोर्ट्स, लार्सन एंड टूब्रो, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, टेक महिंद्रा और बजाज फाइनेंस गिरावट वाले शेयरों में शामिल रहे। एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग सकारात्मक दायरे में बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में तेजी रही। बुधवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की अपेक्षा से अधिक कटौती किए जाने तथा आगे और कटौती किए जाने के संकेत दिए जाने के बाद बेंचमार्क सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद नीचे आए पर मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। ब्याज दरों में भारी कटौती से वैश्विक मंदी को लेकर चिंताएं भी बढ़ीं, इसके कारण मिड और स्मॉल कैप शेयरों में मुनाफावसूली दिखी।”