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करीब 40 तरह की बीमारियों से बचाव का मिल गया आसान तरीका, वजन घटाने के लिए तो सबसे फायदेमंद

वैश्विक स्तर पर बढ़ती क्रोनिक बीमारियां स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं। कम उम्र में ही लोग मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो रहे हैं जिससे न सिर्फ क्वालिटी ऑफ लाइफ पर नकारात्मक असर पड़ता है साथ ही लोगों की औसत आयु भी कम हो गई है। कई अध्ययनों में शोधकर्ता बताते रहे हैं कि आहार और दिनचर्या में गड़बड़ी के कारण स्वास्थ्य पर बुरा असर हो सकता है, इसलिए इसमें सुधार के प्रयास करना जरूरी है।

फ्रंटिर्नयर्स इन न्यूट्रिशन जल में प्रकाशित हालिया शोध के आधार पर अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि खान-पान में कुछ बदलाव करके आप करीब 35-40 प्रकार की क्रोनिक बीमारियों और इसके कारकों से सुरक्षित रह सकते हैं। इसके लिए आहार में प्लांट बेस्ड चीजों की मात्रा बढ़ाना सबसे कारगर तरीका हो सकता है। पौधों पर आधारित आहार के दीर्घकालिक रूप से बेहतर स्वास्थ्य परिणाम देखे गए हैं। विशेष रूप से मोटापा कम करने और इससे संबंधित कई बीमारियों से बचाव में ये फायदेमंद तरीका हो सकता है।

कई बीमारियों से हो सकता है बचाव

अध्ययनों से पता चलता है कि पौधों पर आधारित आहार के सेवन की आदत वजन को नियंत्रित करने और मेटाबॉलिज्म संबंधी विकारों को रोकने में विशेष लाभकारी हो सकती है। अधिक वजन और मेटाबॉलिज्म संबंधी विकारों को करीब 40 तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार पाया गया है।

चीन स्थित शांदोंग यूनिवर्सिटी के क्यूलु अस्पताल के शोधकर्ताओं ने अध्ययनों की समीक्षा में पाया कि प्लांट बेस्ड डाइट का अधिक सेवन करने वालों में मोटापा, डायबिटीज, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर जैसी तेजी से बढ़ती बीमारियों का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है।

अध्ययन में क्या पता चला?

अध्ययनों के विश्लेषण में वजन घटाने और हृदय रोगों की रोकथाम के लिए पौधे पर आधारित चीजों के अधिक सेवन की सलाह दी गई है। इसके अनुसार शाकाहारी और वेगन डाइट का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर तरीके से मैनेज करने, हृदय और मस्तिष्क, पाचन क्रिया, प्रतिरक्षा प्रणाली की मजबूती में बहुत लाभकारी पाया गया है।

इसका मतलब यह नहीं है कि मासांहार का सेवन नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन विशेषज्ञों ने यह सुझाव दिया है कि जहां तक संभव हो मांस पर आधारित चीजों का सेवन कम करने से स्वास्थ्य पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ सकता है।