मलेशिया में आठ दिन पहले एक सिंकहोल में गिरी भारतीय महिला की खोज और बचाव अभियान को कुआलालंपुर के जालान मस्जिद इंडिया में रोक दिया गया है। मामले में जानकारी देते हुए अग्निशमन और बचाव विभाग ने कहा कि पंताई दलम आईडब्ल्यूके सीवेज प्लांट में बचाव प्रयास जारी रहेंगे।
बचाव अभियान में आ रही थी तमाम दिक्कतें
अग्निशमन और बचाव विभाग के महानिदेशक नोर हिशाम मोहम्मद ने एक समाचार पत्र को बताया कि जांच से पता चला है कि स्कूबा डाइविंग विधियों का उपयोग करके खोज और बचाव जारी रखना बहुत जोखिम भरा था। उन्होंने ने आगे कहा कि भूमिगत जल की तेज धाराएं, बचावकर्मियों के लिए सीमित जगह के कारण बचाव अभियान में दिक्कतें आ रही थी, जिसके कारण यह निर्णय लिया गया।
‘बचावकर्मियों के लिए नेविगेट करना मुश्किल था’
अग्निशमन और बचाव विभाग के महानिदेशक ने आगे बताया कि जब हमने बचाव के लिए जगह देखा, जो लगभग दो फीट (60 सेमी) चौड़ा था, तो हमें समझ आया कि बचावकर्मी यहां फंस सकते हैं। जबकि वहां पर स्कूबा गोताखोरों के लिए खतरे के अलावा, उनके लिए नेविगेट करना भी मुश्किल था।
मलेशियाई प्रधान मंत्री ने पर्यटकों को दिया आश्वासन
इधर इस मामले में मलेशियाई प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम ने पर्यटकों को आश्वासन दिया कि कुआलालंपुर सुरक्षित है, उन्होंने कहा कि सिंकहोल वाले किसी भी क्षेत्र में तुरंत सुरक्षात्मक काम किए जाएंगे। वहीं कुआलालंपुर में भारतीय उच्चायोग ने बताया कि हम महिला की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान और महिला के परिवार के सदस्यों के संपर्क में है।
आंध्र प्रदेश की रहने वाली थी महिला
इस बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश गैर-निवासी तेलुगु (एपीएनआरटी) सोसाइटी के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि तलाशी अभियान प्रभावी ढंग से चलाया जाए। गड्ढे में गिरी भारतीय महिला की पहचान विजय लक्ष्मी गली (48 वर्षीय) के रूप में हुई है। 23 अगस्त को जब वह अपने परिवार के साथ कुआलालंपुर स्थित एक मंदिर में नाश्ता करने जा रहीं थी, तभी फुटपाथ की एक सड़क अचानक से धंस गई। जिससे विजय लक्ष्मी उस गड्ढे में समा गई।