गेहूं के आटे की रोटी भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह कई परिवारों में मुख्य आहार के रूप में उपयोग की जाती है। लेकिन जब वजन बढ़ाने या घटाने की बात आती है, तो अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि गेहूं की रोटी का सेवन कितना प्रभावी है? क्या यह वजन बढ़ाती है या घटाने में मदद करती है?
गेहूं के आटे की रोटी कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, और कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसके सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलती है और यह संतुलित आहार का हिस्सा बन सकती है। लेकिन यदि इसे अधिक मात्रा में खाया जाए या इसे अन्य उच्च-कैलोरी भोजन के साथ जोड़ा जाए, तो यह वजन बढ़ाने में योगदान कर सकती है।
कुछ लोगों का मानना है कि गेहूं में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होने के कारण रोटी के सेवन से वजन बढ़ता है। पर ऐसा कुछ नहीं। अगर आप रोज जरूरत से अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं तो वजन बढ़ सकता है, चाहे वह कैलोरी गेहूं के आटे से बनी रोटियों से आ रही हो या अन्य किसी स्रोत से।
साथ ही पर्याप्त शारीरिक गतिविधि न करने और रोटी के साथ मक्खन, घी व अन्य उच्च कैलोरी खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी वजन बढ़ सकता है।
वजन घटाने के लिए 1 दिन में कितनी रोटी खानी चाहिए?
एक्सपर्ट के मुताबिक, यदि आप वजन घटाने का प्रयास कर रहे हैं, तो दिन में 2-3 रोटियां खाना उचित हो सकता है। यह मात्रा आपकी दैनिक कैलोरी की आवश्यकता, शारीरिक गतिविधि के स्तर और आपकी व्यक्तिगत मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करती है। दरअसल एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में 1800 से 2000 कैलोरी चाहिए होती है। गेहूं की एक रोटी में लगभग 15 से 17 ग्राम कार्ब्स पाया जाता है, जबकि 3 ग्राम प्रोटीन और 70 ग्राम कैलोरी होती है।