वायनाड: केरल के वायनाड में 30 जुलाई को आए भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी। इस आपदा में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच बचाव कार्यों में जुटे भारतीय सेना के जवानों के लिए एक स्कूल के छात्र ने चिट्ठी लिखी। उसने इस चिट्ठी के जरिए बचाव कार्य में शामिल जवानों की सराहना की। इस चिट्ठी ने भारतीय सेना का दिल जीत लिया। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए तीन अगस्त को इस चिट्ठी का जवाब दिया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई चिट्ठी
सेना के दक्षिणी कमांड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बच्चे की चिट्ठी को साझा किया। उन्होंने इस चिट्ठी का जवाब देते हुए बच्चे को योद्धा बताया। एएमएलपी स्कूल के तीसरी कक्षा के छात्र रेयान ने स्कूल डायरी में चिट्ठी लिखी थी। उसने कहा कि सेना के जवानों को मलबे में दबे लोगों की सहायता करते हुए देखकर उसे बहुत गर्व महसूस हो रहा है।
रेयान ने मलयालम में चिट्ठी लिखी थी। उसने लिखा, “मैं रेयान हूं। मेरा प्यारा वायनाड भूस्खलन की चपेट में आ गया। मैं आपलोगों को मलबे से लोगों को बचाते हुए देखकर गर्व महसूस कर रहा हूं।” इस चिट्ठी में रेयान ने एक वीडियो का जिक्र किया, जिसमें उसने जवानों को अपनी भूख मिटाने के लिए बिस्किट खाते हुए देखा। उसने बताया कि इस दृश्य ने उसे बहुत प्रभावित किया है। रेयान ने इस चिट्ठी के जरिए अपनी इच्छा भी व्यक्त की। उसने बताया कि वह भी भारतीय सेना में भर्ती होना चाहता है।
भारतीय सेना ने दिया जवाब
सोशल मीडिया पर चिट्ठी के वायरल होते ही भारतीय सेना ने इसका जवाब दिया। उन्होंने लिखा, “प्रिय रेयान, आपके शब्दों ने हमारा दिल जीत लिया। विपत्ति के समय में हमारा लक्ष्य आशा की किरण बनना है और आपकी चिट्ठी इस मिशन की पुष्टि करता है। आपके जैसे हीरो हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं। हम बेसब्री से उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जिस दिन आप वर्दी पहनकर हमारे साथ खड़े होंगे। साथ में मिलकर हम अपने देश को गौरवांवित करेंगे। आपके साहस और प्रेरणा के लिए धन्यवाद, युवा योद्धा।”