मैं कितनी व्यस्त रहूंगी, इससे किसी को कोई मतलब नहीं, घर के लोगों ने लखनऊ से आते वक्त कबाब और बिरयानी लेकर आने को कहा है। हंसते-खिलखिलाते श्रद्धा कपूर ने लखनऊ के खाने को लेकर कुछ यूं अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। राजकुमार राव बोले, लखनऊ से अपनापन लगता है, ऐसा लगता है कि कोई पुराना रिश्ता है। अपनी फिल्म ‘स्त्री 2’ के प्रमोशन के लिए लखनऊ आए दोनों कलाकारों ने अमर उजाला कार्यालय में ये बातें कहीं।
यहां वे भारतेंदु नाट्य अकादमी के छात्र-छात्राओं से मिले। विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए। दोनों ने सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ऐसा काम कर रही है कि लोग यहां आते रहें। उत्तर प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग से लेकर घूमना-खाना सब कुछ बढ़ रहा है।
असफलता मिलेगी, पार पाना सीखिए
रिजेक्शन के बारे में राजकुमार राव ने बताया कि उन्होंने भी इसका खूब सामना किया है। उन्होंने कहा कि ये एक सच्चाई है, जरूरी है इसे खुद पर हावी न होने दिया जाए। राजकुमार ने कहा कि ऐसे वक्त में दोस्त काम आते हैं, लेकिन दोस्त गलत चुन लिए तो वो हौसला देने की जगह हिम्मत तोड़ भी सकते हैं। ऑडिशन में सफलता के लिए जरूरी है कि कुछ अलग करके दिखाएं। फिल्मों और थियेटर के बारे में उन्होंने कहा कि दोनों में जरूरी है किरदार को निभाना, बाकि जो अंतर हैं वो मामूली हैं।
शक्ति कपूर हैं काफी मजाकिया
श्रद्धा कपूर ने बताया कि उन्हें अपने पिता के कारण लगता था कि कोई उनसे पंगा नहीं ले सकता। हालांकि, घर पर शक्ति कपूर काफी मजाकिया हैं। वो सबको हंसाने का काम करते हैं। फिल्म चुनने के बारे में श्रद्धा ने कहा कि जब लगता है कि फिल्म में लगाने वाले समय को मैं देकर उसमें पूरी शिद्दत से काम कर पाऊंगी तभी मैं उसे चुनती हूं। उन्होंने बताया कि वह फिलहाल ओटीटी पर नहीं आ रही हैं। कोई दिलचस्प प्रोजेक्ट मिला तब इस बारे में सोचेंगी। वहीं, स्त्री-2 के बारे में राजकुमार ने कहा कि फिल्म देखकर लोगों को मजा आएगा।