नई दिल्ली:अमेरिका में पिछले हफ्ते चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हमला किया गया। इस हमले में वह बाल-बाल बच गए। ट्रंप पर किए गए हत्या के प्रयास की भारत में भी निंदा की गई। ट्रंप पर हुए इस हमले के बाद भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए आक्रमक टिप्पियों का मुद्दा उठाया। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। यहां असहमति का अधिकार है, लेकिन ऐसी असहमति, जिससे हिंसा हो यह सही नहीं है। इसी के साथ विपक्ष पर भी निशाना साधा गया।
भाजपा नेता ने यूपी के पूर्व डीजीपी के लेख पर प्रतिक्रिया
रविशंकर प्रसाद ने डोनाल्ड ट्रंप पर हुए इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हत्या का प्रयास किया गया। भगवान की कृपा से वह सुरक्षित हैं और अपराधी के खिलाफ कार्रवाई की गई। लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। यहां असहमति का अधिकार है, लेकिन ऐसी असहमति जिससे हिंसा हो और राजनेताओं को निशाना बनाया जाए, यह सही नहीं।”
भाजपा नेता ने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने एक अखबार में लेख लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि जिस तरह से भारत के पीएम मोदी पर निशाना साधा गया है, उससे उन पर हिंसा बढ़ सकती है।” रविशंकर ने कहा, “इसका सबूत भी है। 2013 में पटना में उनपर हमला हुआ था, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी। जब वह पंजाब गए, तब उनका रास्ता बदल दिया गया।”
इस दौरान रविशंकर ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कई बार राहुल गांधी भी गैर जिम्मेदाराना बयान दे देते हैं। लोकतंत्र में आपको असहमति का अधिकार है, लेकिन इतनी मर्यादा होनी चाहिए कि हिंसा में किसी राजनेता को निशाना न बनाया जाए।
सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष को घेरा
यूपी के पूर्व डीजीपी के लेख पर भाजपा सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “आज देश के एक अंग्रेजी अखबार में एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने लेख लिखा है। लेख में उन्होंने सुरक्षा से जुड़ी वर्तमान वैश्विक गतिविधियों और उनके भारत पर पड़ने वाले प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित किया है। आप जानते हैं कि एक-डेढ़ साल पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की एक राजनीतिक कार्यक्रम में हत्या कर दी गई थी। कुछ दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हत्या का प्रयास किया गया था, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे।”
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, “उन्होंने (विक्रम सिंह) कहा कि हिंसा और हत्या को भड़काने वाली ऐसी प्रवृत्तियां ऐसे बयानों से प्रेरित होती हैं, जिसमें राजनीतिक दल अल्पकालिक राजनीतिक लाभ के लिए ‘हिंसा’ और ‘हत्या’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना चाहते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंता का विषय है कि हिंसा के लिए उकसाने वाले ऐसे शब्द और भाषा का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कई बार पीएम मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। अगर आप लोकसभा में विपक्ष के नेता बन गए हैं, तो थोड़ी परिपक्वता दिखाएं। इसलिए, मैं सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करना चाहूंगा कि ‘हिंसा’, ‘हत्या’, ‘किसी के प्रति आक्रमण’, ‘मारना-पीटना’ और ‘कब्र खुदेगी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल बंद होना चाहिए।”