खराब जीवनशैली, खानपान में गड़बड़ी से पौष्टिकता में कमी और नींद पूरी न होने से कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं से लोग ग्रसित हो जाते हैं। इस अवस्था में व्यक्ति पूरा दिन थकान महसूस करता है। भले ही आप आराम कर लें या कुछ काम न करें लेकिन अंदरूनी तौर पर आप कमजोर और थकावट महसूस करते रहते हैं। इस स्थिति को क्रोनिक फटीग सिंड्रोम कहा जाता है। थकान और कमजोरी को दूर करने के लिए आप दिन भर बिस्तर पर लेटे रहना चाहते हैं। हालांकि शरीर में ऊर्जा की इतनी कमी होती है कि शरीर में भारीपन महसूस होने लगता है। ऐसे में आप थकान और कमजोरी की इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए योगासन कर सकते हैं। योग आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ ही स्टेमिना का भी बढ़ाता है। आंतरिक तौर पर आपको शरीर हल्का और ऊर्जावान महसूस करता है। अगर आप भी थकावट अनुभव करते हैं तो इन योगासनों को करें नियमित अभ्यास में शामिल।
बालासन
कमजोरी और थकान की शिकायत हो तो नियमित बालासन का अभ्यास करें। इस आसन से तनाव कम होता है, साथ ही ऊर्जा मिलती है। बालासन को करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं। अब दोनों टखने और एड़ियों को आपस में एक दूसरे से टच करें। गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर लाएं और आगे की ओर झुकें। फिर पेट को दोनों जांघों के बीच लाते हुए सांस छोड़ें। इस अवस्था में कुछ देर रूके। बाद में घुटनों को सीध में कर लें और वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।
धनुरासन
धनुरासन के अभ्यास से थायराइड में बहुत फायदा मिलता है। ऊर्जावान रहने के साथ ही मोटापे को कम करने के लिए भी धनुरासन कर सकते हैं। धनुरासन के अभ्यास के लिए मैट पर पेट के बल लेटकर घुटनों को कमर के पास ले जाएं। अब हाथ से दोनों टखनों पकड़ने का प्रयास करें। फिर सिर, छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाते हुए शरीर का भार पेट के निचले हिस्से पर रखें। कुछ देर इसी अवस्था में रूकें, बाद में सामान्य स्थिति में आ जाएं।
ताड़ासन
इस आसन से पूरा शरीर स्ट्रेच होता है। ताड़ासन करने के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े होकर पैरों के बीच कुछ दूरी रखें। गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और स्ट्रेच करके एड़ी उठाते हुए पैर की उंगलियों पर खड़े हो जाएं। इस अवस्था में शरीर के हर अंग में खिंचाव को महसूस करेंगे। अब कुछ देर इसी अवस्था में रूकने के बाद सामान्य स्थिति में लौट आएं। इस आसन को 10 से 15 बार दोहराएं।
शवासन
शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करने के लिए शवासन लाभदायक है। इस आसन को करने के लिए जमीन पर लेटकर पैरों को ढीला छोड़ दें। दोनों हाथों को शरीर से थोड़ी दूरी पर रखते हुए पैर के अंगूठे से लेकर पूरे शरीर के अंगो पर धीरे-धीरे ध्यान केंद्रित करें। मन को शांत रखें और शरीर में ऊर्जा पैदा हो रही है।